menu-icon
India Daily

झारखंड में ED ने 'कोयला माफिया' के यहां मारा छापा तो छोड़ दिए पालतू कुत्ते, यहां जानें पूरी कहानी

ED ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला खनन और परिवहन मामले में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी. जब कारोबारी एल.बी. सिंह के घर ED ने घुसने की कोशिस की तो पालतू कुत्तों छोड़ दिया.

auth-image
Edited By: Princy Sharma
ED Jharkhand India Daily
Courtesy: Pinterest

धनबाद: एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में 40 से ज्यादा जगहों पर एक बड़ी कोऑर्डिनेटेड रेड की है. यह रेड गैर-कानूनी कोयला माइनिंग और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को टारगेट करते हुए की गई है. एजेंसी का मानना ​​है कि बड़े पैमाने पर कोयला चोरी से सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

यह ऑपरेशन शुक्रवार सुबह झारखंड के धनबाद में शुरू हुआ, जिसे भारत की 'कोयला राजधानी' के तौर पर जाना जाता है. ED की टीमों ने मशहूर कोयला कारोबारी एल. बी. सिंह के घर और बिजनेस प्रॉपर्टीज पर रेड मारी, साथ ही गैर-कानूनी कोयला धंधे से जुड़े कई और लोगों पर भी. धनबाद में कुल 18 जगहों पर सर्च की गई, जिसमें देव बिला और दूसरे कोयला ट्रांसपोर्ट हब के इलाके शामिल हैं.

कोयला स्मगलिंग मामला

अधिकारियों ने बताया कि यह रेड अनिल गोयल, संजय उद्योग, एल. बी. सिंह और अमर मंडल जैसे बिजनेसमैन से जुड़े कई बड़े कोयला स्मगलिंग मामलों से जुड़ी है. इन लोगों पर गैर-कानूनी कोयला माइनिंग, ट्रांसपोर्ट और धंधे को कंट्रोल करने वाले एक नेटवर्क का हिस्सा होने का शक है, जो सालों से चल रहा है. सूत्रों के मुताबिक, यह माफिया-स्टाइल कोयला ऑपरेशन नकली ट्रांसपोर्ट स्लिप, गैर-कानूनी माइनिंग और चोरी का कोयला ले जाने वाले अनरजिस्टर्ड ट्रकों के जरिए सरकारी रेवेन्यू को लूट रहा था.

ED पर छोड़ा पालतू कुत्ते

हालांकि, सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आया जब ED के अधिकारी एल. बी. सिंह के घर पहुंचे. उन्हें अपनी प्रॉपर्टी में घुसने से रोकने के लिए, सिंह ने कथित तौर पर अधिकारियों को डराने के लिए अपने पालतू कुत्तों को छोड़ दिया. कुत्ते कंपाउंड के चारों ओर गुस्से में घूमते रहे, जिससे अधिकारी अंदर नहीं जा सके. इस बीच, सिंह अंदर बंद रहे और बाहर आने से मना कर दिया.

24 जगहों पर छापेमारी

इस अनोखी घटना से ED की जांच में रुकावट डालने की साफ कोशिश का पता चला. बाद में अधिकारियों ने अंदर घुसने और अपनी तलाशी जारी रखने के लिए कानूनी और सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. झारखंड के साथ-साथ, ED की टीमों ने कोलकाता, दुर्गापुर, पुरुलिया और हावड़ा समेत पश्चिम बंगाल में 24 जगहों पर भी छापेमारी की.

क्यों हो रही है कार्रवाई? 

नरेंद्र खरका, अनिल गोयल, युधिष्ठिर घोष और कृष्ण मुरारी कयाल जैसे लोगों से जुड़ी प्रॉपर्टीज की सबूत के लिए तलाशी ली गई. यह बड़ी कार्रवाई झारखंड और बंगाल में चल रहे कोयला माफिया ग्रुप्स के मजबूत नेटवर्क को तोड़ने की ED की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है.