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India Daily

'मैंने कन्या वध कर दी...,' हरियाणा की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के बाद उनके पिता ने क्या कहा?

टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव का शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया. एक दिन पहले ही उनके पिता ने गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर उन्हें गोली मार दी थी.

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Edited By: Mayank Tiwari
Deepak Yadav, the father of Radhika Yadav
Courtesy: Social Media

हरियाणा के गुरुग्राम में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया, जहां 25 वर्षीय राज्य-स्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उनके पिता दीपक यादव ने गुरुवार को लाइसेंस प्राप्त रिवॉल्वर से गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद, दीपक ने अपने भाई विजय यादव से बातचीत में अपना गुनाह कबूल किया और कहा कि उन्होंने “दिमाग खराब” होने के कारण यह अपराध किया. इस मामले ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राधिका के चाचा विजय यादव ने बताया कि हत्या के तुरंत बाद दीपक ने उनसे फोन पर बात की और गहरे पश्चाताप के साथ कहा, “मेरे को ये कहा कि भाई, मैंने कन्या वध कर दिया है. मुझे मार दो... वजह नहीं बताई… कहता बस भाई दिमाग खराब हो गया था.” विजय ने आगे कहा कि दीपक ने पुलिस स्टेशन में भी यही बात दोहराई, “उसने पुलिस स्टेशन में भी कहा कि अगर फांसी का नियम है, तो मुझे फांसी दे दो.”

पिता का कबूलनामा और भावनात्मक बातचीत

 विजय ने यह भी बताया कि दीपक अपनी बेटी राधिका को हर दिन सुबह 5 बजे टेनिस प्रशिक्षण के लिए ले जाते थे और शाम को वापस लाते थे. राधिका ने सामाजिक गतिविधियों को छोड़कर केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया था. विजय ने कहा, “वह एक टेनिस कोच थी. मेरी राय में, उसने अपनी कोई अकादमी शुरू नहीं की थी... ये लोग शुरू से ही संपन्न थे. जब गांव में सभी के कच्चे मकान थे, तब इनका पक्का मकान था. कोई सजा उस आत्म-ग्लानि से बड़ी नहीं हो सकती, जब व्यक्ति खुद को दोषी मानता है.”

हत्या के पीछे अनसुलझे कारण

पुलिस के अनुसार, दीपक ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने इस हत्या की योजना बनाई थी. गुरुग्राम पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने बताया, “उसने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि उसने हत्या की योजना बनाई थी. वह आमतौर पर सुबह दूध खुद लाता था, लेकिन गुरुवार को उसने अपने बेटे को दूध लाने भेजा. राधिका के साथ अकेले रहने पर, उसने नाश्ता बनाते समय उसकी पीठ में चार गोलियां दाग दीं.” पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को चार गोलियां लगीं तीन पीठ में और एक कंधे में. इस दुखद घटना के बाद, राधिका का शव शुक्रवार को परिवार को सौंप दिया गया, और अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव वजीराबाद में किया गया. 

कानूनी कार्रवाई और रहस्यमयी मकसद

गुरुग्राम की एक अदालत ने शनिवार को दीपक यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. हत्या के पीछे के मकसद को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, जिनमें “ताने मारना”, टेनिस अकादमी, इंस्टाग्राम रील, और म्यूजिक वीडियो जैसे कारण शामिल हैं, लेकिन ये अभी तक पुष्ट नहीं हुए हैं. 

सामाजिक और पारिवारिक नुकसान

राधिका एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने अपने खेल के प्रति समर्पण के साथ कई उपलब्धियां हासिल की थीं. इस घटना ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे खेल समुदाय को गहरी चोट पहुंचाई है. यह मामला समाज में मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक रिश्तों, और अपराध के पीछे की जटिलताओं पर गंभीर सवाल उठाता है.