नई दिल्ली: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण उनकी उम्र 10 साल कम हो गई है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषण के मामले में बिहार का मधुबन जिला गुरुग्राम से कहीं बेहतर है. राव नरबीर का यह बयान एक कार्यक्रम के दौरान सामने आया जहां उन्होंने पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की.
राव नरबीर ने मंच से कहा कि गुरुग्राम रहने लायक जगह है लेकिन देश के सबसे प्रदूषित शहरों में भी यही शामिल है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण की वजह से आने वाली पीढ़ियां अधिक प्रभावित होंगी और हमें अभी से कदम उठाने होंगे. उन्होंने लोगों से कम से कम दो पेड़ लगाने की अपील की. मंत्री ने अपने भाषण में पॉलीथिन के बढ़ते इस्तेमाल पर भी चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि प्रदूषण में पॉलीथिन का 40 प्रतिशत योगदान है. मॉल से लेकर रेहडी तक हर जगह पॉलीथिन का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने साफ कहा कि वह पॉलीथिन को रोकने में सफल नहीं हो पाए हैं और आगे भी इसे रोक पाना मुश्किल है. राव नरबीर ने कहा कि जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे तब तक पर्यावरण संकट कम नहीं होगा.
इससे पहले भी राव नरबीर सिंह अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि नायब सिंह सैनी अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन वह सैनी हैं और जनता को जाट मुख्यमंत्री चाहिए. उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा पैदा की थी.
उन्होंने यह भी कहा था कि दौलताबाद में उन्होंने 15 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए लेकिन उन्हें सिर्फ 400 वोट मिले. उन्होंने मंच पर कहा कि ये 400 वोट दौलताबाद गांव के हैं या फिर वहां मौजूद शहरी आवास क्षेत्रों के हैं, यह जनता खुद तय करे. अब गुरुग्राम और प्रदूषण पर दिया गया उनका बयान फिर से सुर्खियों में है. प्रदूषण का मुद्दा लगातार बढ़ रहा है और गुरुग्राम कई रिपोर्टों में देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा है.