Gurugram Builder's Office Fire Incident: गुरुग्राम के सेक्टर 45 में गुरुवार,18 सितंबर की रात एक सनसनीखेज घटना सामने आई जब अज्ञात हमलावरों ने MNR बिल्डर के ऑफिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक , हमलावरों ने करीब 25 से 30 राउंड फायर किए , जिससे इलाके में दहशत फैल गई.
घटना मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास हुई , जहां पांच हथियारबंद हमलावरों ने प्रॉपर्टी मार्केटिंग कंपनी MNR बिल्डर के ऑफिस पर हमला किया. हमलावरों ने देर रात करीब 9:20 बजे 30 से ज्यादा गोलियां चलाईं , जिससे ऑफिस की कांच की खिड़कियां टूट गईं और परिसर में खड़ी एक लग्जरी कार को भी नुकसान पहुंचा. हालांकि , इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ , लेकिन इस घटना ने कर्मचारियों और आस-पास के निवासियों को आतंकित कर दिया.
गवाहों के मुताबिक , मास्क पहने हुए हमलावरों ने ऑफिस बिल्डिंग के मेन गेट को पार किया और फिर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं. तेज गोलीबारी की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस घटनास्थल पर पहुंचने तक हमलावर फरार हो चुके थे. पुलिस ने मौके से 30 से ज्यादा गोलियों के खोल बरामद किए और आसपास के इलाकों में तलाश शुरू कर दी.
#WATCH | Gurugram, Haryana | On alleged firing on an office, Investigating officer Baljit Singh says, "Multiple rounds of firing were carried out here... Police teams have arrived on the spot and the investigation is underway... There is no report of any injury to anyone..." pic.twitter.com/kGHAybYftz
— ANI (@ANI) September 18, 2025
इस बीच , गैंगस्टर दीपक नंदल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके इस हमले की जिम्मेदारी ली है , जिससे यह मामला गैंगवार और उगाही की धमकियों से जुड़ा होने का संदेह गहरा गया है. गुरुग्राम पुलिस ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है और आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं.
घटना के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीमों ने मौके पर पहुंचकर पूरे परिसर को घेर लिया और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी. ऑफिस के भीतर वाहनों और दीवारों पर गोलियों के निशान इस घटना के खौफनाक सबूत के रूप में मौजूद हैं.
पुलिस अब CCTV फुटेज की जांच कर रही है और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है. हालांकि , अब तक किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि की खबर नहीं आई है , लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता या उगाही की धमकियों के संभावित कारणों की जांच कर रहे हैं.