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India Daily

Delhi Accident: BMW हादसे में वित्तीय अधिकारी नवजोत सिंह की मौत के 24 घंटे बाद आरोपी की हुई गिरफ्तारी, अस्पताल से दबोचा

दिल्ली में वित्त मंत्रालय के अधिकारी नवजोत सिंह की मौत के मामले में पुलिस ने बीएमडब्ल्यू चालक गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार किया. उस पर गैर इरादतन हत्या और सबूत नष्ट करने का आरोप है. जांच में सामने आया कि पीड़ितों को उसके पिता के साझेदारी वाले अस्पताल ले जाया गया था.

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Edited By: Km Jaya
वित्त मंत्रालय के अधिकारी नवजोत सिंह
Courtesy: Social Media

Delhi Accident: दिल्ली में रविवार दोपहर हुए दर्दनाक हादसे में वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी नवजोत सिंह की मौत के बाद पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी बीएमडब्ल्यू चालक गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है. गगनप्रीत को दिल्ली के जीटीबी नगर स्थित एक अस्पताल से पुलिस ने हिरासत में लिया, जहां वह मामूली चोटों के चलते भर्ती थी. 

गिरफ्तारी के समय उसे पुलिस वाहन तक ले जाते हुए दृश्य कैमरों में कैद हुए. इस दुर्घटना की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की एक टीम मृतक नवजोत सिंह के घर पहुंची और गुलफाम का बयान दर्ज की, जो पीड़ितों को न्यूलाइफ अस्पताल ले जाने वाला एक चश्मदीद गवाह था. 

लग्जरी उत्पादों का कारोबार

गगनप्रीत कौर गुरुग्राम की रहने वाली है और अपने पति परिक्षित मक्कड़ के साथ लग्जरी उत्पादों का कारोबार करती है. हादसे के वक्त परिक्षित भी गाड़ी में मौजूद था. दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने गगनप्रीत पर लापरवाह ड्राइविंग, सबूत नष्ट करने और गैर इरादतन हत्या जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है.

घर लौटते समय हुई दुर्घटना 

यह हादसा दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास हुआ. मृतक नवजोत सिंह वित्त मंत्रालय में उप सचिव के पद पर कार्यरत थे. हादसे से ठीक पहले वह अपनी पत्नी संदीप कौर के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारे गए थे. इसके बाद दोनों ने आरके पुरम स्थित कर्नाटक भवन में भोजन किया और घर लौटते समय यह दुर्घटना हुई. संदीप कौर ने पुलिस को बताया कि बीएमडब्ल्यू तेज रफ्तार में थी और उनकी बाइक को टक्कर मारने के बाद पलट गई.

दूर के अस्पताल में ले जाने का आरोप

हादसे के बाद नवजोत और संदीप को एक वैन से अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान गगनप्रीत भी उनके साथ गई, लेकिन संदीप का आरोप है कि उसने उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाने के बजाय चालक गल्फाम को जीटीबी नगर स्थित न्यू लाइफ अस्पताल चलने के लिए कहा, जो दुर्घटना स्थल से लगभग 19 किलोमीटर दूर है.

मामले को दबाने की कोशिश 

पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच में यह सामने आया है कि जिस अस्पताल में पीड़ितों को ले जाया गया, वह गगनप्रीत के पिता की साझेदारी में है. इस वजह से आशंका जताई जा रही है कि मामले को दबाने की कोशिश की गई. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सभी चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन किया गया, हालांकि उन्होंने गगनप्रीत से किसी भी तरह के संबंध की पुष्टि करने से इनकार कर दिया.