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आज से दिल्ली में 'No Fuel' अलर्ट! पेट्रोल पंपों पर निगरानी शुरू, इन गाड़ियों की अब नहीं होगी कोई जगह

परिवहन विभाग के मुताबिक, जो भी पंप पुराने वाहनों को पेट्रोल या डीजल देते पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी. पंप मालिकों ने भी पुष्टि की है कि उनके आउटलेट पर कैमरे और अन्य डिवाइस लग चुके हैं जो सीधे मंत्रालय के डेटा से जुड़े हैं.

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Reepu Kumari

Old Vehicles Ban: दिल्ली में पुरानी गाड़ियों की ंमुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं. आज से आप सड़कों पर नहीं उतार पाएंगे. लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अब 1 जुलाई 2025 से तय उम्र पार कर चुके पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों को ईंधन नहीं मिलेगा. यानी अगर आपका वाहन तय सीमा से पुराना है, तो आप दिल्ली में पेट्रोल पंप से तेल नहीं भरवा पाएंगे.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुद इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि दिल्ली की हवा को साफ और लोगों को बेहतर परिवहन देने के लिए यह जरूरी फैसला लिया गया है. साथ ही बताया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों में बदला जा रहा है.

प्रदूषण के खिलाफ कड़ा कदम

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है. अब पेट्रोल पंपों पर एआई बेस्ड कैमरे लगे होंगे, जो गाड़ी की नंबर प्लेट स्कैन करके यह पहचान लेंगे कि वाहन ओवरएज है या नहीं. अगर वाहन तय उम्र से ज्यादा पुराना है तो उसे पेट्रोल या डीजल नहीं मिलेगा.

'सख्त प्रतिबंध'-रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खबर एजेंसी ANI से  कहा, 'दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट लगातार यह बात कह रहा है कि ELV(जीवन-अंत वाहन) को बंद कर देना चाहिए... सरकार अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही है कि चीजे आराम से हो पाए.'

कौन-कौन से वाहन आएंगे दायरे में?

दिल्ली परिवहन विभाग के अनुसार;

  • 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहन
  • 10 साल से पुराने डीजल वाहन

इन सभी को अब 'एंड ऑफ लाइफ व्हीकल' माना जाएगा और इन्हें ईंधन देने पर रोक लगाई गई है.

पेट्रोल पंपों पर कड़ी निगरानी

परिवहन विभाग के मुताबिक, जो भी पंप पुराने वाहनों को पेट्रोल या डीजल देते पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी. पंप मालिकों ने भी पुष्टि की है कि उनके आउटलेट पर कैमरे और अन्य डिवाइस लग चुके हैं जो सीधे मंत्रालय के डेटा से जुड़े हैं.

दिल्ली को चाहिए साफ हवा

सरकार का मानना है कि यह कदम न सिर्फ प्रदूषण कम करेगा बल्कि नागरिकों को स्वच्छ वातावरण और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट का अनुभव भी देगा.