राजधानी दिल्ली के लिए एक बार फिर खतरे की घंटी बज गई है. यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है. बुधवार रात 8 बजे यमुना का जलस्तर 205.35 मीटर दर्ज किया गया जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) यमुना के जलस्तर को लेकर चेतावनी जारी की है. आयोग के मुताबिक, अगले 2-3 दिनों में यमुना का जलस्तर बढ़कर गंभीर बाढ़ श्रेणी में पहुंच सकता है.
मयूर विहार में 100 राहत कैंप स्थापित
बाढ़ के खतरे को देखते हुए मयूर विहार फेस-1 में जिला प्रशासन ने 100 राहत शिवर स्थापित किये हैं. इन कैंपों में मेडिकल सुविधाएं, आश्रय स्थल और भोजन की व्यवस्था की गई है. यही नहीं मोबाइल मेडिकल यूनिट भी तैनात की गई है ताकि बीमार लोगों को तुरंत इलाज मिल सके. डॉ. आसिफ खान ने कहा कि गंभीर मरीजों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा जा रहा है.
नोएडा में भी स्थिति गंभीर
बाढ़ की चेतावनी केवल दिल्ली के लिए नहीं है, नोएडा और आसपास के डूब क्षेत्रों में भी स्थिति गंभीर है. हजारों बीघा फसल पानी में डूब गई है. कई किसान और मजदूर झुग्गियां बनाकर सड़क पर रहने को मजबूर हैं. सेक्टर-168 की तरफ 100 से ज्यादा परिवार अस्थाई टैंट बनाकर रह रहे हैं.
हर विभाग अलर्ट
बाढ़ की संभावित स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है. हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी का असर सीधे नोएडा और दिल्ली के डूब क्षेत्रों में दिख रहा है.
सुरक्षित स्थानों पर ली शरण
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें.