नई दिल्ली: दिल्ली में छठ पर्व के उत्साह को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए 27 अक्टूबर, सोमवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. यह अवकाश छठ पर्व के तीसरे और सबसे महत्वपूर्ण दिन के लिए घोषित किया गया है. इस दिन दिल्ली सरकार के तहत आने वाले सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि छठ पर्व का तीसरा दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन भक्तगण सूर्यास्त के समय नदियों, तालाबों या जलाशयों के किनारे डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. इसकी तैयारियां सुबह से ही शुरू हो जाती हैं, जिसमें परिवार के सभी सदस्य विभिन्न धार्मिक और पारंपरिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं.
श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ प्रकृति को समर्पित एक पर्व है, जिसमें लोग सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करते हैं. उन्होंने कहा कि 'यह पर्व आस्था, भक्ति और स्वच्छता का भी प्रतीक है, जो प्रकृति, जल और सूर्य की पूजा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है.'
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छठ लोकप्रिय आस्था और भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपराओं का उत्सव है. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार ने सभी छठ घाटों पर सफ़ाई, सुरक्षा और सभी आवश्यक सुविधायों के बारे में जानकारी ली.
दिल्ली में आस्था के महापर्व छठ की तैयारी पूरे जोश और श्रद्धा के साथ जारी है।
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) October 24, 2025
आज द्वारका सेक्टर 23-B में निर्माणाधीन छठ स्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर तैयारियों में श्रमदान भी किया।
यह देखकर संतोष हुआ कि लोगों के चेहरों पर उत्साह और विश्वास दोनों हैं… pic.twitter.com/Claawdofmc
छठ पर्व, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बसे पूर्वांचल समुदाय द्वारा मनाया जाता है, प्रकृति और सूर्य देव की उपासना का एक पर्व है. यह त्योहार चार दिनों तक चलता है, जिसमें नहाय-खाय, खरना, डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य को अर्घ्य जैसे प्रमुख अनुष्ठान शामिल हैं. तीसरे दिन का अर्घ्य विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह सूर्य देव और छठी मैया के प्रति कृतज्ञता और समर्पण का प्रतीक है.