नई दिल्ली: दिल्ली में धमाके को लेकर कई अपडेट सामने आ रहे हैं. व्हाइट हुंडई i20 कार के मालिक डॉ. उमर मोहम्मद की पहली तस्वीर सामने आई है. इस कार में लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ और इस हादसे में करीब 9 लोग मारे गए. इस घटना को लेकर शक जताया जा रहा है कि यह सुसाइड बॉम्बर हो सकता है.
डॉक्टर उमर के बारे में माना जाता है कि वह डॉ. अदील अहमद राथर और डॉ. मुजम्मिल शकील के साथी हैं. इन दोनों डॉक्टरों को सोमवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस टीमों ने पकड़ा था. इन पर आरोप लगाया गया था कि ये व्हाइट-कॉलर आतंकी नेटवर्क का हिस्सा हैं.
जैसे ही उसे अपने साथियों की गिरफ्तारी का पता चला तो डॉ. उमर फरीदाबाद से भाग गया. सूत्रों के अनुसार, वह बहुत ज्यादा घबरा गया और सबूत मिटाने की कोशिश में उसने धमाका कर दिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने यह प्लान अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर बनाया है. बताया जा रहा है कि हमले में इस्तेमाल की गई कार के अंदर एक डेटोनेटर रखा था.
इस हादसे की सीसीटीवी फुटेज और तस्वीर सामने आई हैं, जिनमें एक सफेद हुंडई i20 कार दिखाई दे रही है जो दिल्ली में लाल किले के पास ब्लास्ट हुई. इस कार का नंबर HR 26 CE 7674 बताया गया है. यह कार लाल किले के पास पार्किंग में तीन घंटे से ज्यादा समय खड़ी थी. सूत्रों के मुताबिक, यह दोपहर करीब 3:19 बजे इलाके में आई और धमाके से कुछ देर पहले शाम करीब 6:30 बजे वहां से चली गई.
शुरुआती जांच से पता चलता है कि हमले में इस्तेमाल की गई कार कई बार बेची गई थी. बताया जा रहा है कि सलमान नाम के एक व्यक्ति ने 2025 में यह कार देवेंद्र को बेची थी. इसके बाद देवेंद्र ने इसे 29 अक्टूबर को आमिर को बेच दिया. फिर आमिर ने इसे आखिरी में डॉ. उमर मोहम्मद को बेच दिया. इसी कार का इस्तेमाल धमाके में किया गया.
इस मामले की जांच कर रही टीम का मानना है कि यह धमाका प्रोफेशनल लोगों की आड़ में काम कर रहे एक बड़े आतंकी नेटवर्क का हिस्सा था. पुलिस अब डॉ. उमर को ढूंढने की कोशिश कर रही है, जो अभी भी फरार है.