दिल्ली की हवा लगातार जहरीली हो रही है और बढ़ते प्रदूषण ने लोगों को परेशान कर दिया है. रविवार को इसी गुस्से का असर तब देखने को मिला जब बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पर जमा हो गए. वे राजधानी की बेहद खराब हवा पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे. लेकिन कुछ देर बाद यह प्रदर्शन हिंसक रूप लेने लगा.
पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की याद दिलाते हुए जगह खाली करने को कहा तो माहौल अचानक बिगड़ गया. भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल कर दिया. इससे अफरा तफरी मच गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि दिल्ली की हवा बेहद खराब है और सरकार कोई कदम नहीं उठा रही. हवा का स्तर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुका है और लोग अपने बच्चों और बुजुर्गों की सेहत को लेकर डरे हुए हैं.
लेकिन जब पुलिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक दिल्ली में प्रदर्शन के लिए सिर्फ जंतर मंतर ही निर्धारित स्थान है, इंडिया गेट नहीं, तो विवाद बढ़ गया. पुलिस बार बार लोगों को हटाने की कोशिश करती रही लेकिन प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और बैरिकेड्स तोड़ने लगे.
स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया. तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और उनके चेहरे और आंखों पर जलन की शिकायत के चलते उन्हें तुरंत राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया.
डीसीपी देवेश कुमार महला ने इसे अभूतपूर्व घटना बताया. उन्होंने कहा कि पहली बार प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे उपयोग किया गया. यह बेहद गंभीर अपराध है.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के हाथों में मारे गए नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा के पोस्टर भी देखे गए. इस बात की जांच की जा रही है कि ये पोस्टर वहां कैसे पहुंचे और कौन लोग इसे लेकर आए. पुलिस को शक है कि भीड़ में शामिल कुछ तत्व प्रदर्शन को भटकाने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित कई धाराओं में FIR दर्ज कर दी है. साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किसने किया. जो लोग बैरिकेड्स तोड़ने और पुलिस को नुकसान पहुंचाने में शामिल थे उनके वीडियो भी जुटाए जा रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि जांच तेज की जाएगी और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.