दिल्ली में एयर क्वालिटी 'बेहद खराब' श्रेणी में, IMD ने आज शहर में हल्की बारिश का जताया अनुमान

दिल्ली की हवा सोमवार को ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार AQI 315 रहा. IMD ने 27 अक्टूबर को हल्की बारिश की संभावना जताई है.

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Reepu Kumari

नई दिल्ली: दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में रही, लेकिन मौसम विभाग द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश की भविष्यवाणी के कारण इसमें सुधार होने की संभावना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 315 दर्ज किया गया. सीपीसीबी द्वारा विकसित मोबाइल एप्लिकेशन, समीर (SAMEER) के अनुसार, पड़ोसी नोएडा और गाजियाबाद में भी AQI 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा और क्रमशः 331 और 321 दर्ज किया गया.

ग्रेटर नोएडा (288) और गुरुग्राम (244) में AQI में थोड़ा सुधार हुआ और यह 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया. समीर के आंकड़ों के अनुसार, फरीदाबाद में यह 'मध्यम' श्रेणी में था और सोमवार सुबह छह बजे 198 दर्ज किया गया.

एक्यूआई के बारे में 

सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच को मध्यम, 201 से 300 के बीच को खराब, 301 से 400 के बीच को बहुत खराब तथा 401 से 500 के बीच को गंभीर माना जाता है.

आज का AQI

उम्मीद है कि दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में आज सोमवार से वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 27 अक्टूबर को इस क्षेत्र में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की भविष्यवाणी की है. इसने यह भी कहा कि सोमवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 29 और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

दो सालों का टूटा रिकॉर्ड

रविवार को न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो सालों में अक्टूबर में सबसे कम था. आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.4 डिग्री कम रहा. अक्टूबर 2023 में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था और पिछले साल इसी महीने 17.4 डिग्री सेल्सियस पर रहा था.

'मिस्ट स्प्रेयर परियोजना' के दूसरे चरण का शुभारंभ 

रविवार को, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने में मदद के लिए शांति पथ और अफ्रीका एवेन्यू सड़कों पर अपनी मिस्ट स्प्रेयर परियोजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया. नगर निकाय ने एक बयान में कहा कि यह परियोजना लोधी रोड पर पहले चरण की सफलता के बाद जारी है.

वायु की गुणवत्ता में सुधार

बिजली के खंभों पर लगे मिस्ट स्प्रेयर उपचारित पानी की बारीक बूंदें छोड़ते हैं, जो धूल और प्रदूषकों को नीचे गिराने में मदद करते हैं, जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार होता है. यह प्रणाली सड़क किनारे लगे पौधों को पानी देने और जल संरक्षण में भी मदद करती है.