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दिल्ली में छठ पूजा के लिए कल बंद रहेंगे स्कूल; श्रद्धालुओं के लिए 1,300 घाट तैयार

दिल्ली सरकार ने 27 अक्टूबर को छठ पूजा के अवसर पर अवकाश घोषित किया है. राजधानी में 1,300 घाटों पर विशेष तैयारियां की गई हैं, जिनमें साफ-सफाई, सुरक्षा और रोशनी की व्यवस्था शामिल है.

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Edited By: Reepu Kumari
Schools in Delhi will remain closed for Chhath Puja; 1,300 ghats prepared.
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को घोषणा की कि 27 अक्टूबर (सोमवार) को छठ पूजा के उपलक्ष्य में सरकारी अवकाश रहेगा . यह निर्णय त्योहार के तीसरे दिन, जिसे सबसे पवित्र माना जाता है, के अवसर पर लिया गया है, जब भक्त डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए नदियों और तालाबों के किनारे एकत्रित होते हैं. यह अवकाश इस त्योहार के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को भी दर्शाता है, जो आस्था, भक्ति और मानव एवं प्रकृति के बीच सामंजस्य पर इसके जोर को दर्शाता है.

छठ पूजा ऐसे अनुष्ठानों के माध्यम से मनाई जाती है जो पवित्रता, प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और पर्यावरण जागरूकता का जश्न मनाते हैं, जो इसे दिल्ली के सामाजिक कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक बनाता है.

दिल्ली के घाटों पर व्यापक व्यवस्था

दिल्ली सरकार ने शहर भर के 1,300 से ज़्यादा छठ घाटों पर तैयारियाँ शुरू कर दी हैं. यमुना किनारे स्थित 17 आदर्श घाटों को बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है, जिनमें टेंट, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, पेयजल और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है, ताकि श्रद्धालु आराम से और सुरक्षित रूप से अनुष्ठान कर सकें.

मुख्यमंत्री ने पोचनपुर घाट की तैयारियों का निरीक्षण किया

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, द्वारका सेक्टर 23बी में पोचनपुर छठ घाट के निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधायक संदीप सहरावत और छठ पूजा समिति के सदस्यों के साथ सजावट और रखरखाव गतिविधियों का निरीक्षण किया.

इस पहल में त्योहार को सांस्कृतिक एकता के शहरव्यापी उत्सव में बदलने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ नागरिक भागीदारी पर भी जोर दिया गया.

यमुना सफाई और पर्यावरण पहल

पिछले आठ महीनों से सरकार द्वारा यमुना नदी की सफाई का काम प्रगति पर है और जल गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है. पड़ोसी राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ समन्वय इस पहल का केंद्र बिंदु रहा है, और नगर प्रशासन का लक्ष्य त्योहारों के आयोजनों के साथ पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी को भी जोड़ना है.

नए घाट और विकास परियोजनाएं

खबर एजेंसी पीटीआई की मानें तो इससे पहले शुक्रवार को, मुख्यमंत्री ने लक्ष्मी नगर में ₹30 करोड़ की लागत से एक नवनिर्मित छठ घाट और अन्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इस पहल में दिल्ली के सामाजिक-आर्थिक विकास में पूर्वांचल समुदाय के योगदान को भी मान्यता दी गई.

दिल्ली में भव्य छठ उत्सव की तैयारी

सरकारी अवकाश और राजधानी भर में उन्नत सुविधाओं के साथ, दिल्ली बड़े पैमाने पर छठ उत्सव मनाने के लिए तैयार है, जिसमें भक्ति, नागरिक नियोजन और पर्यावरण जागरूकता का मिश्रण होगा.