बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार के राजनीति में कदम रखने और चुनाव लड़ने की चर्चाएं जोरों पर हैं. हालांकि, निशांत और उनके पिता नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेताओं की ओर से इस दिशा में लगातार संकेत मिल रहे हैं. हाल ही में नालंदा से जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने निशांत के चुनाव लड़ने की वकालत करते हुए एक खास सीट का जिक्र किया है जिसने इन अटकलों को और हवा दे दी है.
नालंदा के सांसद और जदयू के वरिष्ठ नेता कौशलेंद्र कुमार ने हाल ही में एक न्यूज चैनल से बातचीत में निशांत कुमार की संभावित राजनीतिक पारी पर अपनी राय जाहिर की. जब उनसे पूछा गया कि निशांत कुमार के बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की चर्चाओं पर उनका क्या कहना है, तो उन्होंने कहा, हमारी जो सोच है और हम उस क्षेत्र में घूमते भी रहते हैं. निशांत कुमार अच्छे व्यक्ति हैं और पढ़े-लिखे हैं.
उन्होंने आगे सुझाव दिया कि निशांत को नालंदा जिले की इस्लामपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि यह क्षेत्र नीतीश कुमार का गृहक्षेत्र है और वहां की जनता निशांत को जिताने के लिए तैयार है.
नालंदा नीतीश कुमार का गृह जिला
कौशलेंद्र कुमार का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नालंदा नीतीश कुमार का गृह जिला है और इसे जदयू का गढ़ माना जाता है. इस्लामपुर सीट पर जदयू का मजबूत आधार है, और नीतीश कुमार की विकास योजनाओं का इस क्षेत्र में खासा प्रभाव रहा है. सांसद के इस बयान के बाद यह कयास और तेज हो गए हैं कि निशांत इस सीट से अपनी सियासी पारी शुरू कर सकते हैं.
निशांत की बढ़ती सक्रियता
पिछले कुछ महीनों से निशांत कुमार की सार्वजनिक उपस्थिति में वृद्धि देखी गई है जिसने उनकी राजनीतिक एंट्री की अटकलों को बल दिया है. इस साल जनवरी में निशांत अपने पिता नीतीश कुमार के साथ बख्तियारपुर में एक राजनीतिक कार्यक्रम में नजर आए थे जहां उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से राजनीतिक बयान दिया. उन्होंने लोगों से नीतीश कुमार और जदयू को वोट देने की अपील की और कहा कि उनके पिता के नेतृत्व में बिहार में विकास का काम जारी रहना चाहिए.