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India Daily

'मैं बिहार से चुनाव नहीं लड़ूंगा, मैं बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा,' जनसभा के दौरान बोले चिराग पासवान

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान का यह बयान बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर रहा है. उनकी पार्टी और एनडीए की एकजुट रणनीति बिहार विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Union Minister Chirag Paswan
Courtesy: Social Media

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को अपनी रणनीति स्पष्ट की. उन्होंने एनडीए गठबंधन को मजबूती देने और बिहार की सभी 243 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने का संकल्प दोहराया. इस दौरान चिराग पासवान ने कहा, "मैं बिहार से चुनाव नहीं लड़ूंगा, मैं बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा".

न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और चिराग पासवान से लोग सवाल करते हैं कि आप कहां से चुनाव लड़ेंगे.” उन्होंने जोर देकर कहा, “एनडीए गठबंधन को मजबूती देने के लिए और बिहार की 243 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए मेरी पार्टी और चिराग पासवान हर सीट पर चिराग पासवान बनकर चुनाव लड़ने का काम करेंगे.

एनडीए का बिहार में बड़ी जीत का है टारगेट

केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में आत्मविश्वास जताते हुए कहा, “एनडीए बड़ी जीत की ओर अग्रसर हो, यह मेरा लक्ष्य है.” चिराग का यह बयान बिहार में एनडीए की एकजुटता और उनकी रणनीतिक महत्वाकांक्षा को दर्शाता है. उनकी पार्टी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू और बीजेपी के साथ मिलकर एनडीए गठबंधन का हिस्सा है.

जानिए 2020 का विधानसभा चुनावी इतिहास कैसा रहा?

दरअसल,साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर अकेले दम पर चुनाव लड़ा था. उस दौरान उनकी पार्टी ने 137 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन केवल मटिहानी सीट पर राजकुमार सिंह को जीत हासिल हुई थी. हालांकि, जीत के बाद राजकुमार सिंह ने जेडीयू का दामन थाम लिया था. मगर, इस बार चिराग पासवान गठबंधन के भीतर रहकर और मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.

बिहार की सियासत में आया नया जोश

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान का यह बयान बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर रहा है. उनकी पार्टी और एनडीए की एकजुट रणनीति बिहार विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है.