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पूर्णिया में दर्दनाक हादसा, जेडीयू नेता के भाई, भाभी और भतीजी की संदिग्ध मौत

परिवार के सदस्यों के अनुसार, मंगलवार रात करीब 10 बजे घर में अचानक हड़बड़ी मच गई. सबसे पहले 23 वर्षीय तनु प्रिया सीढ़ियों पर फिसल गईं और सिर पर गंभीर चोट लगने से बेहोश हो गईं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Bihar News
Courtesy: Source : पंकज नायक

पूर्णिया: बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पूर्णिया जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया. मंगलवार रात को एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतकों में जेडीयू नेता निरंजन कुशवाहा के बड़े भाई नवीन कुशवाहा, उनकी पत्नी कंचन माला और बेटी तनु प्रिया शामिल हैं. 

घटना स्थानीय खजांची हाट थाना क्षेत्र के यूरोपियन कॉलोनी में उनके निजी आवास पर हुई. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जबकि परिवार में गहन शोक की लहर दौड़ गई है. नवीन कुशवाहा की उम्र 52 साल के आसपास होगी. वहीं पत्नी कंचन माला सिंह की उम्र 48 साल के आसपास और बेटी तनु प्रिया की उम्र 23 साल के आसपास होगी. 

परिवार के सदस्यों के अनुसार, मंगलवार रात करीब 10 बजे घर में अचानक हड़बड़ी मच गई. सबसे पहले 23 वर्षीय तनु प्रिया सीढ़ियों पर फिसल गईं और सिर पर गंभीर चोट लगने से बेहोश हो गईं. उनके पिता नवीन कुशवाहा ने तुरंत उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे भी सीढ़ियों से फिसलकर गिर पड़े. इस दृश्य को देखकर पत्नी कंचन माला सदमे में चली गईं और हार्ट अटैक का शिकार हो गईं. सुबह होने पर जब पड़ोसियों को खबर लगी, तो घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई.

डॉक्टरों की प्रारंभिक रिपोर्ट में तनु प्रिया के सिर के पीछे चोट के निशान मिले हैं, जबकि नवीन कुशवाहा के गले पर फंदे के निशान देखे गए, जो सवालों का केंद्र बने हुए हैं. कंचन माला के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं पाई गई. कुछ स्रोतों ने इसे आत्महत्या का कोण बताया है, लेकिन परिवार इसे एक दुखद दुर्घटना मान रहा है. निरंजन कुशवाहा ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है. मेरे भाई और उनके परिवार को बचाने का हर संभव प्रयास किया गया, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया."

राजनीतिक से जुड़ा था परिवार

नवीन कुशवाहा (लगभग 52 वर्ष) पूर्णिया के प्रमुख व्यवसायी थे, जो खाद-बीज के कारोबार से जुड़े हुए थे. राजनीति में भी उनकी सक्रियता रही  2009 में वे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से पूर्णिया लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ चुके थे, जबकि 2010 में धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे थे. कुशवाहा समाज के प्रभावशाली चेहरे के रूप में वे जाने जाते थे. हाल ही में उनके छोटे भाई निरंजन कुशवाहा को जब आरजेडी ने धमदाहा सीट से टिकट नहीं दिया, तो वे जेडीयू में शामिल हो गए. निरंजन वर्तमान में जेडीयू के सक्रिय सदस्य हैं और चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त थे.

इस घटना ने बिहार की राजनीति में भी हलचल पैदा कर दी है. पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह बेहद दुखद और संदिग्ध घटना है. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए. परिवार को न्याय मिलना जरूरी है." इसके अलावा, स्थानीय विधायक प्रत्याशी विजय खेमका, कांग्रेस के जितेंद्र यादव, पूर्व विधायक बीमा भारती और मंत्री लेशी सिंह समेत कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार से मिले.