बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना ने शनिवार को सुबह से ही रोमांचक मोड़ दिखाए, लेकिन सबसे अधिक सुर्खियां राघोपुर सीट ने बटोरीं, जहां तेजस्वी यादव ने उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले के बाद जीत हासिल की.
यह जीत उनके परिवार के गढ़ को बचाने वाली मानी जा रही है. दूसरी ओर शुरुआती रुझानों से ही एनडीए ने राज्य में प्रचंड बढ़त बना ली, जबकि महागठबंधन कई सीटों पर पिछड़ता चला गया.
राघोपुर सीट पर मुकाबला पूरे दिन रोमांच से भरा रहा. तेजस्वी यादव शुरुआत में बीजेपी के सतीश कुमार से पीछे चल रहे थे, लेकिन अंतिम चरणों में उन्होंने बढ़त बनाकर जीत दर्ज की. यह सीट हमेशा से उनके परिवार का राजनीतिक गढ़ रही है, ऐसे में इसे बचाना उनके लिए बेहद अहम माना जा रहा था. करीबी मुकाबले के बावजूद उनका जीतना आरजेडी कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी राहत लेकर आया.
अब तक के रुझानों में एनडीए ने 73 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है जिससे साफ संकेत मिलता है कि गठबंधन एक बार फिर सत्ता में लौट रहा है. बीजेपी अब तक 42 सीटें जीत चुकी है और 48 पर आगे है. जेडीयू ने 28 सीटें जीत ली हैं और 55 पर आगे है. वहीं एलजेपी (रामविलास) ने अब तक 3 सीटें जीती हैं और 16 पर आगे चल रही है. वहीं जीतनराम मांझी की हम ने 1 सीट जीत ली है और चार सीटों पर आगे चल रही है.
पटना समेत कई जिलों में एनडीए समर्थक रुझानों की बढ़त देखते ही जश्न में जुट गए. बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ मिठाई बांटकर खुशी जताई.
वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन के लिए यह चुनाव निराशाजनक रहा. आरजेडी अब तक सिर्फ 6 सीटें जीत पाई है और 20 पर आगे चल रही है. कांग्रेस एक सीट जीतकर पांच पर बढ़त बनाए हुए है. CPI(ML) ने एक सीट जीत ली है और एक सीट पर आगे चल रही है, जबकि CPI(M) ने एक सीट जीत ली है.
कई सीटों पर छोटे दलों ने भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. AIMIM ने 4 सीटें जीत ली हैं और एक पर आगे चल रही है, जबकि बसपा एक सीट पर बढ़त में है. इन दलों की मौजूदगी कई क्षेत्रों में त्रिकोणीय मुकाबले का कारण बनी और प्रमुख दलों के वोट शेयर को प्रभावित किया. इससे राज्य के कई हिस्सों का चुनावी समीकरण बदला हुआ दिखाई दिया.