Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि ख़त्म होने के बावजूद महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर फंसा पेंच सुलझता नजर नहीं आ रहा है. राजद, कांग्रेस और वामदल, कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे? ये अब तक फाइनल नहीं हो पाया है, जबकि अब चुनाव के लिए मतदान की तारीख भी नजदीक आती जा रही है. हालांकि, महागठबंधन में शामिल दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं और कई जगहों पर महागठबंधन में शामिल दल अपने ही सहयोगी दलों से दो-दो हाथ करने को तैयार है.
गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दलों, जिनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और सीपीआई (मार्क्सवादी) या सीपीआई (एम), और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल है. चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन की अंतिम तारीख भी ख़त्म हो गई है, लेकिन इन दलों के बीच सीट बंटवारे पर आम सहमति नहीं बन पायी है, जिससे महागठबंधन की नीतियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
बता दें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 143 कांग्रेस ने 60, भाकपा ने नौ, माकपा ने चार, भाकपा (माले) लिबरेशन ने 20 और वीआईपी ने 15 उम्मीदवारों की घोषणा की है. बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे और चुनाव आयोग 14 नवंबर को नतीजे घोषित करेगा. पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी, और दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर थी, लेकिन महागठबंधन के अंतिम सीट-बंटवारे के फार्मूले का अभी भी इंतजार है.