Bihar Assembly Elections: बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है. इस बार बहस का केंद्र बना है SIR (Special Summary Revision) और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की वोटर ID को लेकर उठे सवाल. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की नेता रोहिणी आचार्य और कांग्रेस, दोनों ने दावा किया है कि विजय सिन्हा का नाम वोटर लिस्ट में दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दर्ज है साथ ही दोनों जगह उम्र भी अलग-अलग बताई गई है.
इस मामले ने सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप की आग को और भड़का दिया है. बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच Special Summary Revision (SIR) प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और सत्ता पक्ष के नेताओं को इसमें अनुचित लाभ मिल रहा है. डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की वोटर ID विवाद ने इस बहस को और तेज कर दिया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर रोहिणी आचार्य ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए लिखा कि “आयोग की निष्ठा जिनके लिए है, उनसे ही जुड़ी बातों पर आंख मूंद ली जाती है.” वहीं, कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर हमला बताया है. राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर तीखे तेवर दिखाए, सीधे तौर पर इसे फर्जीवाड़ा करार दिया.
चुनाव आयोग को ये नहीं दिखेगा , दिखेगा भी कैसे " जिनके लिए आयोग की निष्ठा है , उनसे ही जुड़ी ये बात है !!" ..
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) August 10, 2025
वैसे जवाब कौन देगा जिनसे जुड़ी ये बात है वो या उनका अपना चुनाव आयोग ?? गलती किसकी है आयोग की या विपक्ष से जुड़ी किसी भी बात पर बेवजह, बिना कुछ जाने - समझे - परखे फटे ढोल… pic.twitter.com/UZNIvNhqYl
RJD नेता रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर सीधा चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि आयोग विपक्ष के मामलों पर तुरंत कार्रवाई करता है, लेकिन सत्तापक्ष से जुड़े मामलों में चुप्पी साध लेता है. उनका तंज था कि अब भाजपा और उसकी मीडिया मशीनरी क्यों चुप है?
पूर्व डिप्टी सीएम और RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, 'अगर यह सच है तो दो ही बातें हो सकती हैं या तो चुनाव आयोग की SIR प्रक्रिया फर्जी है, या बिहार के उपमुख्यमंत्री फर्जीवाड़ा कर रहे हैं.' तेजस्वी ने मांग की कि चुनाव आयोग तुरंत इसकी जांच करे और सच्चाई सामने लाए. उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे इस मामले की गंभीरता को समझें, क्योंकि यह लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे पर चोट है.
लाउड माउथ भाजपाई विजय कुमार सिन्हा का फर्जीवाड़ा आया सामने!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) August 10, 2025
चुनाव आयोग को काटो तो खून नहीं!
ना उगला जाए ना निगला जाए!
अब चुनाव आयोग में रत्ती भर भी शर्म, निष्पक्षता और हिम्मत हो तो अब करे कार्रवाई!
पूरा देश देख रहा है!@yadavtejashwi#TejashwiYadav pic.twitter.com/a1fYbTFtsS
कांग्रेस का दावा है कि विजय सिन्हा का नाम वोटर लिस्ट में दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दर्ज है. इतना ही नहीं, दोनों वोटर ID में उम्र भी अलग-अलग एक में 57 और दूसरे में 60 वर्ष बताई गई है. यह दावा भी किया गया कि यह जानकारी चुनाव आयोग के आधिकारिक एप्लीकेशन पर आसानी से देखी जा सकती है. विपक्ष का कहना है कि यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता का है.