Prashant Kishore: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल मचा दी है. हाल ही में हज भवन में आयोजित बिहार बदलाव सम्मेलन में उन्होंने बीजेपी को हराने का अपना मास्टरप्लान साझा किया. इस सम्मेलन में मुस्लिम बुद्धिजीवियों, शिक्षकों और समाजसेवियों ने हिस्सा लिया.
हज भवन में आयोजित सम्मेलन में 50 से अधिक प्रोफेसर, शिक्षक और समाजसेवी शामिल हुए. इस दौरान 250 से ज्यादा लोगों ने जन सुराज पार्टी की सदस्यता ली. प्रशांत किशोर ने दावा किया कि उनकी पार्टी से अब तक सवा करोड़ लोग जुड़ चुके हैं. खास बात यह है कि इसमें मुस्लिम समुदाय की भागीदारी भी काफी बड़ी है. उन्होंने कहा कि जन सुराज एक ऐसी ताकत बन रही है, जो बिहार की सियासत को बदलने का दम रखती है.
प्रशांत किशोर ने अपने भाषण में बीजेपी को हराने का खुला प्लान सामने रखा. उन्होंने कहा कि बिहार में 50 प्रतिशत हिंदू वोटर बीजेपी के खिलाफ हैं. अगर इनमें से सिर्फ 20 प्रतिशत वोटर भी जन सुराज के साथ आ जाएं, तो बीजेपी को हराना आसान हो जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय को भी भरोसा दिलाया कि उनकी पार्टी उनके हितों की रक्षा करेगी. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी जिक्र किया, जिसमें नागरिकता साबित करने का मौका देने की बात कही गई है.
प्रशांत किशोर ने महागठबंधन को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन मुस्लिम समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व देता है, तो जन सुराज उसका समर्थन करेगा. लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो जहां महागठबंधन मुस्लिम उम्मीदवार उतारेगा, वहां जन सुराज हिंदू उम्मीदवार देगी. इस बयान ने महागठबंधन के नेताओं को सदमे में डाल दिया है.
प्रशांत किशोर ने मुस्लिम समुदाय को संदेश देते हुए कहा कि उन्हें किसी भी तरह के डर में जीने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अब तक मुस्लिम समाज को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया है लेकिन जन सुराज उनकी ताकत को सही दिशा देगी. उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समाज अब तक "लालटेन के तेल" की तरह जलता रहा है लेकिन अब वह समय आ गया है जब उनकी रोशनी पूरे बिहार को नई दिशा देगी.