WhatsApp Threat To PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा के दौरान व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया और तुरंत जांच शुरू कर दी गई. यह कॉल सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को प्राप्त हुआ था, जिसके बाद केंद्र की कई खुफिया एजेंसियां एक्शन में आ गईं.
जांच के बाद पता चला कि यह कॉल बिहार के भागलपुर जिले से किया गया था. भटकलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हृदय कांत ने बताया कि जैसे ही धमकी की सूचना मिली, स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर एक विशेष टीम गठित की. इस टीम का नेतृत्व डीएसपी चंद्र भूषण ने किया, जिसमें तकनीकी सेल और सुलतानगंज थाने के अधिकारी भी शामिल थे, जिन्होंने संयुक्त रूप से जांच की.
तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि धमकी भरा कॉल जिस नंबर से किया गया था, वह नंबर 71 बार वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) के जरिए एक्टिव किया गया था. यह मोबाइल नंबर सुलतानगंज निवासी 71 वर्षीय मन्टू चौधरी के नाम पर रजिस्टर्ड था.
जब पुलिस ने मन्टू चौधरी से पूछताछ की, तो उन्होंने खुद को निर्दोष बताया और आरोप लगाया कि उन्हें उनके भतीजे समीर कुमार रंजन ने फंसाया है. समीर एक बीसीए ग्रेजुएट है और कोविड काल से बेरोजगार था. जांच में यह बात सामने आई कि समीर और उनके चाचा के बीच जमीन विवाद चल रहा था.
SSP हृदय कांत ने बताया, 'पूछताछ के दौरान समीर रंजन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसने बताया कि उसने जानबूझकर चाचा का मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर धमकी दी थी ताकि उन्हें फंसाया जा सके.' पुलिस ने धमकी देने में इस्तेमाल मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है. आरोपी को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि चाचा को रिहा कर दिया गया है.