बिहार में महागठबंधन आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार चुनाव से पहले भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभ्यास के खिलाफ रैली आयोजित करेगा. इस रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे. राहुल गांधी सुबह 10 बजे पटना में आयकर चौराहे से विधानसभा भवन के पास चुनाव आयोग के कार्यालय तक 'चक्का जाम' मार्च का नेतृत्व करेंगे.
पिछले पांच महीनों में कांग्रेस सांसद का यह सातवां बिहार दौरा होगा. लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दल राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे. उनका आरोप है कि चुनाव आयोग की मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया पक्षपातपूर्ण और जनविरोधी है.
बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश राम ने कहा, कि यह गरीबों, प्रवासियों और वंचित वर्गों के मताधिकार पर सीधा हमला है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग आज पटना की सड़कों पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए हजारों की संख्या में निकलेंगे.
गोपाल खेमका के परिवार से मिल सकते हैं राहुल
इस बीच, गांधी व्यवसायी गोपाल खेमका के परिवार से मिलने जा सकते हैं, जिनकी 4 जुलाई को पटना के गांधी मैदान के पास उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या से राजनीतिक हंगामा मच गया है, तथा विपक्ष कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साध रहा है.
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू
भारत निर्वाचन आयोग ने 24 जून को बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू किया था, जिसके तहत मतदाताओं के लिए फॉर्म भरना और पहचान प्रमाण के रूप में 11 निर्दिष्ट दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया गया था. मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया का राजनीतिकरण करने के लिए राजद-कांग्रेस गठबंधन की आलोचना करते हुए भाजपा नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष का राज्यव्यापी 'चक्का जाम' आह्वान ऐसे समय में तनाव को बढ़ाएगा, जब राज्य को शांति की जरूरत है.
एसआईआर अभ्यास को चुनौती देने वाली याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई हैं. इस मामले की सुनवाई 10 जुलाई को होनी है. ये याचिकाएं आरजेडी सांसद मनोज झा, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर), कार्यकर्ता योगेंद्र यादव, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और बिहार के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने दायर की हैं.