Lok Sabha elections 2024: बिहार में एनडीए ने दलित मतदाताओं को साधने के लिए लोजपा के दूसरे धड़े के अगुआ चिराग पासवान के साथ रहने का फैसला किया है. बीजेपी ने चिराग को अहमियत देते हुए उनके गुट को राज्य की 5 लोकसभा सीटें देने का फैसला किया है. वहीं चाचा पशुपति पारस को साधने के लिए पार्टी ने लोकसभा चुनाव के बाद उनको राज्यपाल बनाने और उनके भतीजे और सांसद प्रिंस राज को बिहार सरकार में मंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा है.
बीजेपी के इस प्रस्ताव के बीच चाचा पशुपति पारस को ऐसा लगने लगा है कि बीजेपी ने उनको वैसी तरजीह नहीं दी जैसा वो चाहते थे. अंगरखाने से ऐसी खबर है कि आज चाचा पशपति पाला बदल सकते हैं. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख पशुपति पारस आज महागठबंधन के साथ जाने को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. दिल्ली में आज RLJP संसदीय बोर्ड की बड़ी बैठक है और इस बैठक में बोई बड़ा फैसला हो सकता है.
बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे के जिस फॉर्मूले की बात सामने आ रही है, उसको लेकर पारस खेमे में मायूसी है. इस बीच राजनीतिक हालात को भांप कर महागठबंधन के नेता लगातार पारस खेमे से लगातार संपर्क कर रहे हैं. कल (13 मार्च) जैसे ही चिराग को NDA में तरजीह मिलने की बात सामने आई, पशुपति पारस ने देर रात तक अपने सांसदों के साथ बातचीत की. बताया जा रहा है कि वह केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफे के विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं. इस बीच जब केंद्रीय मंत्री और बिहार BJP के सीनियर नेता गिरिराज सिंह से सीट शेयरिंग के ऐलान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,'बिहार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. जब सब कुछ हो जाएगा तो बता दिया जाएगा.'
बिहार से एक दिन पहले ऐसी खबर आई थी कि NDA ने बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर लंबे समय से जारी सस्पेंस खत्म हो चुका है. इसमें कहा गया कि जीतन राम मांझी की पार्टी HAM को 1 सीट, उपेन्द्र कुशवाह की पार्टी RLM को 1 सीट और चिराग पासवान को हाजीपुर समेत 5 सीटें देने पर बात बन गई है. इसके अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. जबकि पशुपति पारस की पार्टी को एनडीए में एक भी सीट नहीं मिलेगी.
बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खबर आ रही है कि बीजेपी ने पशुपति पारस को राज्यपाल बनाने और समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज को बिहार सरकार में मंत्री बनाने का ऑफर दिया है. बीजेपी ने बिहार में दलित वोटरों को साधने के लिए ऐसा किया है. प्रिंस राज चिराग पासवान के चचेरे भाई है. पिता रामचंद्र पासवान की मृत्यु के बाद प्रिंस राज समस्तीपुर से उपचुनाव जीतकर सांसद बने थे, लेकिन साल 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी टूट गई और प्रिंस राज पशुपति पारस के खेमे में चले गए थे. बीजेपी के द्वारा चिराग पासवान को ज्यादा महत्व देने को लेकर पशुपति पारस बीजेपी से नाराज हैं ऐसा सूत्रों से खबर आ रही है. ऐसे में वो महागठबंधन के साथ जाने पर विचार कर सकते हैं.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बुधवार को मीटिंग हुई. इसमें चिराग पासवान और मंगल पांडेय के साथ जेपी नड्डा ने सीट शेयरिंग पर चर्चा की. इससे पहले मंगल पांडेय ने पशुपति पारस से भी सीट शेयरिंग को लेकर मुलाकात की थी.
1. हाजीपुर (इस सीट से चिराग पासवान चुनाव लड़ सकते हैं) 2. वैशाली 3. जमुई/गोपालगंज (जमुई अशोक चौधरी के लिए जेडीयू मांग रही है) 4. खगड़िया 5. नवादा.