बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपने गृह जिले नालंदा को विकास की नई सौगात दी है. गुरुवार, 7 अगस्त 2025 को राजगीर में सीएम नीतीश ने एक नए फोरलेन सड़क के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. इसके साथ ही उन्होंने नेशनल हाइवे-82 पर 81 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से निर्मित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का लोकार्पण कर इसे आम जनता के लिए खोल दिया. इस अवसर पर उन्होंने राजगीर में इस महीने होने वाली दो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं एशिया रग्बी अंडर-20 सेवन्स चैंपियनशिप और एशिया कप पुरुष हॉकी चैंपियनशिप की तैयारियों का भी जायजा लिया. ये प्रतियोगिताएं 9 और 10 अगस्त को आयोजित होने वाली हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को हेलिकॉप्टर से राजगीर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. नए फोरलेन सड़क के निर्माण से राजगीर और आसपास के क्षेत्रों में यातायात सुगम होने के साथ-साथ क्षेत्र का आर्थिक विकास भी तेज होने की उम्मीद है. वहीं, नवनिर्मित रेलवे ओवरब्रिज के शुरू होने से राजगीर में यातायात जाम की पुरानी समस्या से निजात मिलेगी. यह ओवरब्रिज स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए आवागमन को और सुविधाजनक बनाएगा, क्योंकि राजगीर एक प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थल है.
खेल प्रतियोगिताओं की तैयारियां जोरों पर
राजगीर में 9 और 10 अगस्त को आयोजित होने वाली एशिया रग्बी अंडर-20 सेवन्स चैंपियनशिप और एशिया कप पुरुष हॉकी चैंपियनशिप की तैयारियों का जायजा लेते हुए सीएम नीतीश ने आयोजन स्थलों का दौरा किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं, जैसे सुरक्षा, आवास, और बुनियादी सुविधाएं, समय पर पूरी की जाएं. इन आयोजनों से न केवल राजगीर बल्कि पूरे बिहार की वैश्विक स्तर पर पहचान बढ़ने की उम्मीद है. सीएम ने जोर देकर कहा कि बिहार को खेल और पर्यटन के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जाना उनकी सरकार की प्राथमिकता है.
जनता को मिलेगी राहत
नेशनल हाइवे-82 पर निर्मित रेलवे ओवरब्रिज के उद्घाटन से राजगीर और आसपास के क्षेत्रों में यातायात की स्थिति में सुधार होगा. इस ओवरब्रिज की लागत 81 करोड़ 37 लाख रुपये है, और यह स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित होगी. राजगीर, जो बौद्ध और जैन धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है. इस ओवरब्रिज से न केवल स्थानीय लोगों को, बल्कि पर्यटकों को भी आवागमन में आसानी होगी. इसके साथ ही फोरलेन सड़क के निर्माण से क्षेत्र में कनेक्टिविटी और बेहतर होगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.