पटना: बिहार की राजनीतिक गलियारों में जोश-ओ-खरोश का दौर मंगलवार शाम को समाप्त हो गया. अब सभी की निगाहें गुरुवार, 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान पर टिकी हैं. इस चरण में कुल 121 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग होगी, जहां राज्य के प्रमुख दलों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी.
राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ ही महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की किस्मत का फैसला पहले चरण के चुनाव में ही होना है. पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर के 121 सीटों पर वोटिंग होगी.
इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तारापुर और विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से चुनावी मैदान में हैं. जबकि तेजस्वी प्रसाद यादव राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सीवान से चुनावी मैदान में हैं. उनका मुकाबला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से है. जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी सरायरंजन से चुनावी मैदान में हैं. मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री रत्नेश सदा सोनबरसा से चुनाव लड़ रहे हैं. राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी दरभंगा तो समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी बहादुरपुर, नगर विकास मंत्री जिवेश कुमार जाले से दो-दो हाथ कर रहे हैं.
तारापुर (मुंगेर जिला): एनडीए के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (बीजेपी) का मुकाबला आरजेडी के अरुण शाह से होगा. सम्राट चौधरी 2020 में यहां से जीते थे और इस बार भी विकास के मुद्दे पर दांव खेल रहे हैं.
लखीसराय: दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (बीजेपी) का सामना प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के सूरज कुमार से है. यह सीट ग्रामीण बिहार का प्रतिनिधित्व करती है, जहां सिंदूर उत्पादन और कृषि उद्योग प्रमुख हैं.
राघोपुर: महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव (आरजेडी) का मुकाबला बीजेपी के सतीश कुमार यादव से. तेजस्वी 2020 में यहां से जीते थे और युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता का परीक्षण होगा.
महुआ (वैशाली जिला): पूर्व आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव, जो अब अपनी जनशक्ति जनता दल से स्वतंत्र रूप से लड़ रहे हैं, का मुकाबला आरजेडी के मौजूदा विधायक मुकेश कुमार रौशन और एलजेपी के संजय कुमार से. यह पारिवारिक टकराव वाला रोचक मुकाबला है.
आलमनगर: विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव (एनडीए) यहां से मैदान में हैं.
इसके अलावा, सरकार के 14 मंत्री भी इन सीटों पर उम्मीदवार के रूप में उतरे हैं, जो एनडीए की मजबूती को परखेंगे. अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आरा (बीजेपी के संजय सिंह उर्फ टाइगर बनाम जेएसपी के विजय कुमार गुप्ता), पटना साहिब (कांग्रेस के शशांक शेखर बनाम बीजेपी के रत्नेश कुशवाहा), आलिनगर (बीजेपी की गायिका मैथिली ठाकुर बनाम आरजेडी के बिनोद मिश्रा), मोकामा (जेडीयू के आनंद सिंह बनाम दुलार चंद यादव) और रघुनाथपुर (आरजेडी के ओसामा शहाब) शामिल हैं.
चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव को दो चरणों में संपन्न किया जाएगा. पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा 11 नवंबर को होगा, जबकि सभी सीटों के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. पहले चरण में 18 जिलों के अंतर्गत आने वाले 121 क्षेत्र शामिल हैं, जहां करीब 74.2 मिलियन पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इनमें से 39.2 मिलियन पुरुष और 35 मिलियन महिला मतदाता हैं.