AFG VS NZ: अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 1 टेस्ट मैच की सीरीज 9 सितंबर से उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में खेली जाएगी. इस मैच को लेकर अफगानिस्तान की टीम में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है. उसे न्यूजीलैंड जैसी बड़ी टीम के खिलाफ टेस्ट पहली दफा टेस्ट खेलने का मौका मिल रहा है. अब तक अफगानिस्तान 8 टेस्ट सीरीज खेल चुका है. एक टेस्ट मैच की नौवीं सीरीज वह न्यूजीलैंड से खेलने के लिए तैयार है. 9 सितंबर से मुकाबले की शुरुआत होगी. अगर अफगानिस्तान की टीम इस टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज जीत लेती है तो इतिहास रचा जाएगा.
मैच से पहले ही अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी को बड़ा झटका लगा है. कई खिलाड़ी चोटिल हो गए हैं. अब ऐसे में अफगानिस्तान के लिए एक कठिन चुनौती होगी. न्यूजीलैंड से मैच जीतना उसके लिए आसान नहीं होने वाला है. ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अफगानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच में सोमवार से बारिश और नमी दोनों ही देखने को मिल सकती है.
न्यूजीलैंड पर जीत हासिल करने के उद्देश्य से सोमवार को अफगानिस्तान की टीम मैदान में उतरेगी. लेकिन उसकी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि स्पिन गेंदबाज राशिद खान और तेज गेंदबाज नवीद जादरान चोट के कारण बाहर हो गए हैं.
अफगानिस्तान ने अपनी 16 सदस्यीय टीम में तीन अनकैप्ड खिलाड़ियों को शामिल किया है, जिसमें स्पिन ऑलराउंडर शम्स उर रहमान और तेज गेंदबाज खलील अहमद शामिल हैं.
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम की बालकनी में हंसी-मजाक किया, क्योंकि एकमात्र टेस्ट की पूर्व संध्या पर बारिश और बूंदा-बांदी के चलते उन्हें प्रैक्टिस सेशन के दौरान अंदर ही रहना पड़ा था.
न्यूजीलैंड मार्च के बाद से अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगा. जून के बाद से उनका पहला अंतरराष्ट्रीय मैच है. इस प्रतियोगिता में बहुत कुछ दांव पर नहीं लगा है. यह मैच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) का हिस्सा नहीं है. लेकिन इस साल अफगानिस्तान से अपनी पहली हार झेलने के बाद न्यूजीलैंड अगले दो महीनों में उपमहाद्वीप में अपने छह टेस्ट मैचों की श्रृंखला की शुरुआत जीत के साथ करना चाहेगा. हालांकि, न्यूजीलैंड के लिए अफगानिस्तान को हराना आसान नहीं होने वाला है.
न्यूजीलैंड वर्तमान में WTC स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर हैं, लेकिन श्रीलंका में दो टेस्ट और भारत में तीन टेस्ट होने के कारण, शीर्ष दो में समाप्त होने की उनकी संभावना कठिन है.
पिछले एक हफ्ते से ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में बहुत कम धूप दिखी है. अफगानिस्तान बनाम न्यूज़ीलैंड के मैच से एक दिन पहले भी ऐसा ही हुआ. लगातार हो रही बूंदाबांदी ने न केवल दोनों टीमों को अभ्यास करने से वंचित रखा, बल्कि पिच को आखिरी बार देखने का भी मौका नहीं मिला.