चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से होगी. मेजबानी पाकिस्तान को मिली है, लेकिन भारत के मैच दुबई में खेले जाएंगे. इस टूर्नामेंट में अब करीब डेढ़ महीने का ही समय बचा है, लेकिन अभी तक टीम इंडिया के स्क्वॉड का ऐलान नहीं हुआ है. हालांकि, यह उम्मीद जताई जा रही है कि इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के बाद टीम का चयन स्पष्ट हो जाएगा.
चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले दुबई में खेले जाने हैं और इस स्थान पर पिचों का मिजाज कुछ खास होता है. दुबई की पिचों पर अक्सर स्पिनरों का अहम रोल रहता है, और इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम की प्लेइंग XI में दो स्पिनरों को शामिल करने की संभावना जताई जा रही है. यही कारण है कि अब भारतीय क्रिकेट जगत में एक अहम सवाल उठ रहा है – कौन से दो स्पिनर टीम इंडिया की प्लेइंग XI में जगह बनाएंगे? रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच इस महत्वपूर्ण सवाल का उत्तर तय करना भारतीय चयनकर्ताओं के लिए एक चुनौती बन गया है.
रवींद्र जडेजा – अनुभवी और निरंतरता
रवींद्र जडेजा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी और विश्वसनीय स्पिनरों में से एक हैं. बेहतरीन प्रदर्शन के कारण वे सभी फॉर्मेट्स में टीम इंडिया का अहम हिस्सा रहे हैं. जडेजा की बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी को विपक्षी टीमों के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है. वह सिर्फ गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक अच्छे बल्लेबाज और फील्डर भी हैं. उनकी चतुराई और मैच में प्रभावी प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है.
अक्षर पटेल
अक्षर पटेल ने हाल के सालों में अपनी गेंदबाजी में बेहतरीन सुधार किया है और टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण मैचों में दमदार प्रदर्शन किया है. वह अपनी सटीकता और धीमी गति से बल्लेबाजों को परेशान करने में माहिर हैं. अक्षर की गेंदबाजी के अलावा, उनका बल्लेबाजी कौशल भी भारत के लिए एक अतिरिक्त फायदा साबित हो सकता है. उनका चयन भारतीय टीम के संतुलन के लिए बहुत अहम हो सकता है, खासकर जब मध्यक्रम में कुछ अतिरिक्त आक्रामकता की जरूरत हो.
कुलदीप यादव
कुलदीप यादव की बॉलिंग शैली बहुत ही अलग है. वह कलाई से स्पिन करने वाले गेंदबाज हैं और उनकी गेंदों में एक अलग तरह का जादू होता है. चोटिल होने के बाद कुलदीप यादव फिर से वापसी के लिए तैयार हैं.
फिलहाल बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रिहैब कर रहे हैं. उन्होंने गेंदबजी शुरू कर दी है.