ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी में वेस्टइंडीज को टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे कम स्कोर पर समेटकर 3-0 से क्लीन स्वीप किया. किंग्स्टन के सबीना पार्क में खेले गए पहले गुलाबी गेंद वाले टेस्ट मैच में मिशेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड की तूफानी गेंजबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी पारी वेस्टइंडीज को सिर्फ़ 87 गेंदों (14.3 ओवर) में समेट दी. मेहमान टीम ने दौरे का तीसरा और आखिरी मैच 176 रनों से जीत लिया.
अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे स्टार्क ने पहली 15 गेंदों में ही विंडीज़ के शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया और टेस्ट इतिहास में सबसे तेज़ पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. यह इस प्रारूप में उनका 15वां पांच विकेट हॉल भी था.
स्टार्क ने पारी की पहली ही गेंद पर जॉन कैम्पबेल को जाफ़ा से आउट करके विकेट लिया, तथा उसी ओवर की अंतिम दो गेंदों पर केवलन एंडरसन और ब्रैंडन किंग को आउट किया जो कि एक ट्रिपल-विकेट मेडन थी.
स्टार्क की घातक गेंदबाजी
अपने लगातार दूसरे मेडन ओवर के बाद, स्टार्क ने तीसरे ओवर की पहली गेंद पर मिकेले लुइस को एक ज़ोरदार इन-स्विंगर से आउट किया और 400 टेस्ट विकेट लेने का कीर्तिमान हासिल किया. इस तरह वह शेन वॉर्न, ग्लेन मैक्ग्रा और टीम के साथी नाथन लियोन जैसे विशिष्ट खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए. वेस्टइंडीज़ ने अगली गेंद पर इस बाएं हाथ के गेंदबाज़ के खिलाफ अपना पहला रन बनाया, जिसमें शाई होप ने दो रन बनाए, लेकिन स्टार्क ने अगली गेंद पर उन्हें भी आउट कर दिया और इस तरह अपने पांच विकेट पूरे कर लिए.
स्कॉट बोलैंड की हैट्रिक
हालांकि स्टार्क ने अपने पांच विकेट पूरे करते हुए हैट्रिक का मौका गंवा दिया, लेकिन स्कॉट बोलैंड ने जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ और जोमेल वारिकन के विकेट लेकर अपनी हैट्रिक पूरी की. यह किसी ऑस्ट्रेलियाई की दसवीं टेस्ट हैट्रिक थी. स्टार्क ने जेडन सील्स को आउट करके आखिरी विकेट लिया और इस तरह नौ विकेट पर 6 विकेट लेकर अविश्वसनीय गेंदबाजी का रिकॉर्ड बनाया.
वेस्टइंडीज सिर्फ़ 27 रनों पर ढेर हो गई, जो उनका अब तक का सबसे कम टेस्ट स्कोर और टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर था. 14वें ओवर में 19 वर्षीय सलामी बल्लेबाज़ सैम कोंस्टास की गलत फ़ील्डिंग के कारण वेस्टइंडीज़ एक रन लेकर 27 रन तक पहुंच गया, जिससे वह न्यूज़ीलैंड के 70 साल पुराने 26 रनों के रिकॉर्ड से बाल-बाल बच गया, जो उसने 1955 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ ऑकलैंड में बनाया था.