Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद एक साक्षात्कार में केएल राहुल की जमकर तारीफ की. उन्होंने राहुल को भारतीय टीम का 'संकटमोचक' बताया और उनकी आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया. रोहित ने साफ कहा कि राहुल ने उनकी कप्तानी में हर चुनौती को स्वीकार किया और टीम के लिए हर रोल निभाया.
बता दें कि राहुल ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने टीम इंडिया के लिए अलग-अलग भूमिका निभाई है. उन्होंने भारत के लिए टेस्ट मैच में ओपन से लेकर मिडिल ऑर्डर में भी खेला है. उनकी वनडे में भी करियर ऐसा ही रहा है, जबकि वे 50 ओवर की क्रिकेट में विकेटकीपर की भूमिका निभाते हुए दिखाई देते हैं.
रोहित ने पत्रकार विमल कुमार के यूट्यूब चैनल पर बातचीत में कहा कि खिलाड़ियों को आलोचना का सामना करना पड़ता है, लेकिन बेवजह की आलोचना ठीक नहीं. उन्होंने कहा, “मैं थक गया हूं. आप लोग बस आलोचना शुरू कर देते हैं. हर कोई अपना दुकान चलाना चाहता है. मैंने इतनी बेवजह की आलोचना सुनी है. अगर यह खिलाड़ियों को प्रभावित करता, तो वे घर बैठे होते. हम खिलाड़ियों ने मोटी चमड़ी बना ली है. कुछ खिलाड़ियों पर इसका असर पड़ता है, लेकिन मुझ पर नहीं. मैं 18 साल से खेल रहा हूं.”
रोहित ने आगे कहा, “आलोचना से निपटना जरूरी है, लेकिन बेवजह की आलोचना का मैं खिलाफ हूं. हर चीज का बचाव नहीं कर सकते, वरना समय बर्बाद होगा. मेरा काम बल्ले से जवाब देना है.”
रोहित ने केएल राहुल का बचाव करते हुए कहा कि पिछले 2-3 सालों में राहुल उनकी कप्तानी में एक बड़े खिलाड़ी रहे हैं. उन्होंने कहा, “केएल राहुल मेरे लिए संकटमोचक हैं. जब भी टीम को उनकी जरूरत पड़ी, उन्होंने हाथ उठाया. विकेटकीपिंग की, बल्लेबाजी की पोजिशन बदली. क्या आप लोग यह नहीं देखते? आंकड़े टीवी देखने वालों और स्टैट्स करने वालों के लिए आकर्षक हो सकते हैं, लेकिन हर खिलाड़ी के पास शानदार आंकड़े नहीं होते. अगर आप नतीजे दे रहे हैं, तो वही मायने रखता है.”