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India Daily

बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पंजाब किंग्स ने बढ़ाए हाथ, पीड़ितों के लिए दान किए इतने रूपए

Punjab Kings: पंजाब इस वक्त भयानक बाढ़ की मार झेल रहा है. ऐसे समय में आईपीएल की फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स ने मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है और उन्होंने इसके लिए लाखों रूपए दान किए हैं.

Punjab Kings
Courtesy: Social Media

Punjab Kings: पंजाब इस समय दशकों की सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस आपदा ने अब तक 37 लोगों की जान ले ली है और 3.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. शुरुआत में 12 जिले इस बाढ़ की चपेट में थे लेकिन अब राज्य के सभी 23 जिले प्रभावित हो चुके हैं. सतलुज, ब्यास और रावी नदियों में उफान के कारण 1,000 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं.

पंजाब में हाल ही में आई भयानक बाढ़ ने लाखों लोगों का जीवन प्रभावित किया है. इस संकट की घड़ी में पंजाब किंग्स (PBKS) ने पीड़ितों की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है. टीम ने राहत कार्यों के लिए 33.8 लाख रुपये की राशि दान की है ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके. 

'टुगेदर फॉर पंजाब' अभियान

पंजाब किंग्स ने इस मुश्किल समय में 'टुगेदर फॉर पंजाब' अभियान शुरू किया है. इसके तहत उन्होंने हेमकुंट फाउंडेशन और राउंड टेबल इंडिया के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग करने का फैसला किया है. दान की गई 33.8 लाख रुपये की राशि का उपयोग फंसे हुए परिवारों को निकालने के लिए इन्फ्लेटेबल रेस्क्यू बोट्स, चिकित्सा आपातकाल के लिए सहायता और आवश्यक राहत सामग्री जैसे स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में किया जाएगा. ये नावें भविष्य में भी आपदा राहत कार्यों के लिए उपयोगी रहेंगी.

फंडरेजिंग कैंपेन की शुरुआत

पंजाब किंग्स ने राहत कार्यों को और गति देने के लिए केट्टो प्लेटफॉर्म पर एक फंडरेजिंग कैंपेन भी शुरू किया है. इसका लक्ष्य 2 करोड़ रुपये इकट्ठा करना है. इस राशि को द ग्लोबल सिख चैरिटी को दान किया जाएगा, जो पंजाब के पुनर्निर्माण और प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रही है. 

खिलाड़ियों का भावनात्मक समर्थन

पंजाब किंग्स के स्टार खिलाड़ी शुभमन गिल ने भी सोशल मीडिया पर बाढ़ से हुई तबाही पर दुख जताया है. उन्होंने लोगों से इस संकट में एकजुट होकर पीड़ितों की मदद करने की अपील की है. पंजाब में राहत और बचाव कार्य जोरों पर हैं. सेना, एनडीआरएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से अब तक 11,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और पुनर्वास योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है.