नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान पर मौसम अक्सर खेल बिगाड़ देता है. ज्यादातर बारिश या खराब रोशनी की वजह से मैच रुकते या रद्द होते हैं. लेकिन हाल ही में लखनऊ में कुछ ऐसा हुआ जो बहुत कम देखने को मिलता है.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथा टी20 मैच घने कोहरे के कारण रद्द हो गया. एक भी गेंद नहीं फेंकी गई और टॉस भी नहीं हो सका. यह टी20 या वनडे मैच में कोहरे की वजह से रद्द होने की पहली घटना थी.
लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 17 दिसंबर 2025 को यह मैच खेला जाना था. शाम होते ही घना कोहरा छा गया, जिससे मैदान पर दिखना मुश्किल हो गया.
अंपायरों ने कई बार मैदान का निरीक्षण किया लेकिन हालात नहीं सुधरे. आखिरकार मैच रद्द करना पड़ा. इससे बीसीसीआई पर सवाल उठे कि दिसंबर में उत्तर भारत के शहर में मैच क्यों रखा गया, जहां कोहरा आम बात है.
यह कोई नई बात नहीं है. करीब 27 साल पहले भी कोहरे ने एक पूरा टेस्ट मैच रद्द कर दिया था. साल 1998 में पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच फैसलाबाद में तीसरा टेस्ट मैच होना था. मैच 17 से 21 दिसंबर तक खेला जाना था लेकिन घने कोहरे की वजह से पांचों दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी.
दिसंबर में फैसलाबाद में ठंड और कोहरा बहुत होता है. उस समय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भी आलोचना हुई थी कि ऐसे मौसम में मैच क्यों रखा. खिलाड़ी मैदान पर आए लेकिन धुंध इतनी थी कि टॉस तक नहीं हो सका. आखिर में मैच रद्द कर दिया गया. इससे जिम्बाब्वे को फायदा हुआ और उन्होंने पाकिस्तान में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत ली.
क्रिकेट में बारिश आने पर ओवर कम करके मैच शुरू किया जा सकता है. खराब रोशनी में फ्लडलाइट्स मदद करती हैं. लेकिन कोहरे का कोई आसान नहीं है. खासकर रात के मैच में कोहरा और घना हो जाता है. दिन में सूरज की रोशनी से कभी-कभी हालात सुधर जाते हैं लेकिन सर्दियों में कई दिन तक धुंध छाई रहती है.
उत्तर भारत में दिसंबर-जनवरी में कोहरा और प्रदूषण मिलकर समस्या बढ़ा देते हैं. लखनऊ की तरह फैसलाबाद में भी यही हुआ था. ऐसे में बोर्ड को मैच शेड्यूल करते समय मौसम का ध्यान रखना चाहिए.