'गौतम गंभीर ने मुझे', इंग्लैंड दौरे पर कुलदीप यादव को क्यों नहीं मिला खेलने का मौका? स्टार स्पिनर ने तोड़ी चुप्पी

Kuldeep Yadav: कुलदीप यादव को इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था. ऐसे में अब उन्होंने खुद इसको लेकर खुलासा किया है और बताया है कि आखिर गौतम गंभीर ने उन्हें एक भी मैच में मौका क्यों नहीं दिया.

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Praveen Kumar Mishra

Kuldeep Yadav: भारत के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव इस समय अपने करियर के शानदार फॉर्म में हैं. 2025 मेंस एशिया कप में उन्होंने लगातार दो मैचों में 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब जीता. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए दो मैचों में कुलदीप ने सात विकेट लिए, जिसमें टूर्नामेंट के पहले मैच में चार विकेट शामिल थे. 

हालांकि, इससे पहले इंग्लैंड दौरे पर उन्हें एक भी टेस्ट मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था. भारत ने वहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ की लेकिन कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई. कुलदीप ने हाल ही में इस सवाल का जवाब देते हुए अपनी चुप्पी तोड़ी.

कुलदीप यादव इंग्लैंड दौरे पर क्यों रहे बाहर?

कुलदीप ने एशिया कप में भारत और ओमान के बीच ग्रुप-ए के मैच से पहले पत्रकारों से बातचीत में इस मुद्दे पर खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उनके साथ बहुत स्पष्ट बातचीत की थी. कुलदीप के मुताबिक उनकी गैरमौजूदगी का कारण उनकी गेंदबाजी या कौशल नहीं था बल्कि टीम का संयोजन और परिस्थितियां थीं.

कुलदीप ने कहा, “गौतम भाई ने मुझसे बहुत साफ-साफ बात की. कई बार मुझे लगा कि मैं खेल सकता हूं लेकिन टीम की बल्लेबाजी को मजबूत करने और परिस्थितियों के हिसाब से संयोजन के कारण मुझे मौका नहीं मिला. यह मेरे कौशल या बल्लेबाजी की कमी की वजह से नहीं था बल्कि टीम की जरूरतों की वजह से हुआ."

बेंच पर बैठकर भी सीखा बहुत कुछ

कुलदीप ने कहा, “जब आप नहीं खेलते, तो आप मैदान के बाहर बैठकर ज्यादा सीखते हैं. खेलते समय आप सिर्फ अपने प्रदर्शन पर ध्यान देते हैं लेकिन बेंच पर बैठकर आप खेल को गहराई से समझते हैं. यह मुश्किल होता है लेकिन अपनी कमियों को स्वीकार करके उन पर काम करना आपको बेहतर खिलाड़ी बनाता है.”

एशिया कप में चुनौतियों का सामना

स्टार स्पिनर ने एशिया कप पर बात करते हुए कहा, “जब आप लगातार खेलते हैं, तो आपकी लय बनी रहती है. आपको यह समझ रहता है कि गेंदबाजी कैसे करनी है और मैदान पर कैसे प्रतिक्रिया देनी है. लेकिन जब आप लंबे समय तक नहीं खेलते, तो लय में आने में थोड़ा समय लगता है.”