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India Daily

काव्या मारन ने बदल दिया टीम का नाम, अब हुआ सनराइजर्स लीड्स

भारतीय मीडिया दिग्गज सन ग्रुप की प्रमुख काव्या मारन ने अपनी नई फ्रेंचाइजी का नाम बदलकर 'सनराइजर्स लीड्स' कर दिया है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Kavya Maran, Northern Superchargers, Sunrisers Leeds
Courtesy: Social Media

नई दिल्ली: सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइजी की मालकिन काव्या मारन ने अपनी टीम का नाम बदल दिया है. ये बदलाव इंग्लैंड की लोकप्रिय टी20 लीग 'द हंड्रेड' में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. भारतीय मीडिया दिग्गज सन ग्रुप की प्रमुख काव्या मारन ने अपनी नई फ्रेंचाइजी का नाम बदलकर 'सनराइजर्स लीड्स' कर दिया है. यह बदलाव आईपीएल की सनराइजर्स हैदराबाद से अलग है. 

2026 में शुरू होने वाले द हंड्रेड के अगले सीजन से पहले नॉर्दन सुपरचार्जर्स के नाम को बदलने को लेकर खबरें पहले से ही थीं. अब उसे बस अमलीजामा पहनाया गया है. चेन्नई आधारित सन ग्रुप ने इस साल की शुरुआत में द हंड्रेड की इस फ्रेंचाइजी को लगभग 100 मिलियन पाउंड (करीब 1,055 करोड़ रुपये) में खरीद लिया. 

यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब को 51% हिस्सेदारी

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने 2025 में फ्रेंचाइजी बिक्री की प्रक्रिया शुरू की थी, जिसमें यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब को 51% हिस्सेदारी मिली थी. लेकिन यॉर्कशायर ने अपनी हिस्सेदारी भी बेचने का फैसला किया, जिससे सन ग्रुप के पास अब 100% नियंत्रण हो गया. ग्रुप ने 1 अक्टूबर 2025 से संचालन की कमान संभाल ली.

इस अधिग्रहण के बाद नाम परिवर्तन की अटकलें जोरों पर थीं. यूके की कंपनियों के रजिस्ट्रार 'कंपनीज हाउस' में दाखिल दस्तावेजों से पुष्टि हुई कि पुराना नाम 'नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स' अब समाप्त हो गया है. नया नाम 'सनराइजर्स लीड्स' सन ग्रुप की अन्य टीमों आईपीएल की सनराइजर्स हैदराबाद और साउथ अफ्रीका की एसए20 चैंपियन सनराइजर्स ईस्टर्न केप  से मेल खाता है. लीड्स शहर को ध्यान में रखते हुए 'लीड्स' शब्द जोड़ा गया, जो टीम के घरेलू मैदान हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड को प्रतिबिंबित करता है.

2026 सीजन की तैयारियां: नया नाम, नई उम्मीदें

द हंड्रेड का अगला सीजन 21 जुलाई से 16 अगस्त 2026 तक चलेगा. इस बदलाव के साथ ही लीग में अन्य फ्रेंचाइजी भी रीब्रांडिंग की ओर बढ़ रही हैं. मैनचेस्टर ओरिजिनल्स का नाम 'मैनचेस्टर सुपर जायंट्स' और ओवल इनविंसिबल्स का 'एमआई लंदन' होने की संभावना है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज की निवेश से जुड़ा है. ईसीबी ने 2026 से ड्राफ्ट सिस्टम को खिलाड़ी नीलामी से बदल दिया है, जिसमें सैलरी में भारी इजाफा और प्रति टीम एक अतिरिक्त विदेशी खिलाड़ी की सुविधा होगी. इससे सितारों की चमक बढ़ेगी.