Jasprit Bumrah: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में टेस्ट कप्तानी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने खुलासा किया कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद BCCI की चयन समिति उन्हें कप्तान बनाना चाहती थी. हालांकि, बुमराह ने अपने शरीर पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ के कारण इस जिम्मेदारी को स्वीकार नहीं किया.
रोहित शर्मा ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और उनके बाद विराट कोहली ने भी लाल गेंद वाले क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इसके बाद BCCI की अजीत अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति ने जसप्रीत बुमराह को टेस्ट टीम का कप्तान बनाने की योजना बनाई. बुमराह उस समय टेस्ट टीम के उप-कप्तान थे और रोहित की गैरमौजूदगी में तीन टेस्ट मैचों में टीम की कमान भी संभाल चुके थे.
बुमराह ने बताया कि उनकी पीठ में चोट पहले भी हो चुकी है, जिसके कारण वह एक साल से ज्यादा समय तक क्रिकेट से दूर रहे थे. सिडनी टेस्ट में दोबारा चोट लगने के बाद डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्ट ने उन्हें सलाह दी कि वह अपने शरीर का ख्याल रखें और काम के बोझ को कम करें. बुमराह ने कहा, "रोहित और विराट के संन्यास से पहले ही मैंने BCCI और चयनकर्ताओं से अपनी कार्यक्षमता को लेकर बात की थी. मैंने अपने सर्जन से भी चर्चा की, जिन्होंने मुझे बताया कि मुझे अपने शरीर के साथ समझदारी बरतनी होगी."
इसके बाद बुमराह ने BCCI को स्पष्ट कर दिया कि वह कप्तानी की भूमिका नहीं निभा सकते. उन्होंने कहा, "मैंने BCCI को बता दिया कि मुझे नेतृत्व की जिम्मेदारी नहीं दी जाए, क्योंकि मैं पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो पाऊंगा."
बुमराह ने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते थे कि एक टेस्ट सीरीज में दो अलग-अलग कप्तान हों. उन्होंने बताया, "BCCI मुझे कप्तानी के लिए देख रही थी, लेकिन मैंने मना कर दिया. मुझे लगता है कि यह टीम के लिए सही नहीं होगा कि पांच टेस्ट की सीरीज में तीन मैच कोई और कप्तान करे और दो मैच कोई और. मैंने हमेशा टीम को पहले रखा है."