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India Daily

'अगर ऐसा इंडिया में होता तो...', ड्यूक बॉल पर गिल बनाम अंपायर विवाद में बोले सुनील गावस्कर, विदेशी मीडिया की लगाई वाट

लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन ड्यूक गेंद के इर्द-गिर्द छाए विवाद के कारण चर्चा में रहा. दूसरे दिन के खेल में बार-बार गेंद बदलने की कोशिशों ने सभी को हैरान कर दिया.

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Edited By: Garima Singh
India vs England
Courtesy: x

India vs England: लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन ड्यूक गेंद के इर्द-गिर्द छाए विवाद के कारण चर्चा में रहा. इस रोमांचक मुकाबले में गेंद बदलने की कोशिशों ने न केवल खिलाड़ियों, बल्कि प्रशंसकों और विशेषज्ञों का ध्यान भी खींचा. भारतीय कप्तान शुभमन गिल की नाराजगी और अंपायरों के बार-बार गेंद की जांच ने इस मुद्दे को और तूल दे दिया. आइए, इस घटना के प्रमुख पहलुओं पर नजर डालें.

दूसरे दिन के खेल में बार-बार गेंद बदलने की कोशिशों ने सभी को हैरान कर दिया. भारतीय टीम ने ड्यूक गेंद की स्थिति पर सवाल उठाए, जिसके बाद अंपायरों ने रिंग गेज के जरिए गेंद की जांच की. यह प्रक्रिया दिन के पहले सत्र में कई बार दोहराई गई, जिससे गेंद के आकार और गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे. भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने अंपायरों से बार-बार गेंद की जांच का आग्रह किया, लेकिन इस प्रक्रिया में कई बार कोई बदलाव नहीं हुआ, जिससे विवाद और गहरा गया.

इंग्लिश मीडिया और पूर्व क्रिकेटरों की आलोचना

इंग्लैंड के कुछ पूर्व क्रिकेटरों और स्थानीय मीडिया ने भारतीय टीम की इस रणनीति की कड़ी आलोचना की. उनका मानना था कि बार-बार गेंद बदलने की कोशिश खेल की भावना के खिलाफ है. इंग्लिश मीडिया ने इसे 'रणनीतिक चाल' करार देते हुए शुभमन गिल और उनकी टीम की आलोचना की. हालांकि, इस विवाद ने दोनों पक्षों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया.

सुनील गावस्कर का जोरदार जवाब

भारत के दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम का पुरजोर समर्थन किया. ऑन-एयर कमेंट्री के दौरान उन्होंने कहा, "यहाँ से भी आप देख सकते हैं कि यह 10 ओवर पुरानी गेंद नहीं है, बल्कि 20 ओवर पुरानी गेंद है. अगर ऐसा भारत में होता... जहाँ बदली गई गेंदों जैसी पर्याप्त गेंदें नहीं होतीं, तो ब्रिटिश मीडिया ज़रूर इसका बड़ा बतंगड़ बना देता." गावस्कर के इस बयान ने न केवल भारतीय टीम का पक्ष मजबूत किया, बल्कि ड्यूक गेंद की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए.

नासिर हुसैन ने उठाई गंभीर समस्या

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी ड्यूक गेंद की गुणवत्ता पर चिंता जताई. स्काई स्पोर्ट्स पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "ड्यूक गेंद के साथ एक गंभीर समस्या है - दोनों कप्तानों ने मैच से पहले इस बारे में बात की थी और इस सत्र में इसे दो बार बदला गया है. लेकिन मुझे लगता है कि गेंद बहुत बार बदली जाती है. मुझे लगता है कि हम क्रिकेट गेंदों को लेकर थोड़े ज़्यादा ही लापरवाह हो रहे हैं, और 80 ओवरों के लिए एकदम सही क्रिकेट गेंद पाने के आदी हो रहे हैं." उन्होंने आगे कहा, "खेल के इतिहास में, क्रिकेट की गेंद पुरानी और मुलायम हो जाती है. पीढ़ियों पहले की बात करें तो सलामी बल्लेबाज़ नई गेंद को आसानी से खेल लेते थे. बुमराह पहले घंटे में खेलने लायक नहीं थे और उनके पास ड्यूक गेंद थी जो कुछ कर रही थी." नासिर ने गेंद बदलने की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा, "मैंने अपने लैपटॉप से कम्युनिकेशन बॉक्स के पीछे देखा और सोचा, 'वे गेंद बदल रहे हैं?!' आप ऐसी गेंद क्यों बदलेंगे जो कुछ कर रही हो? जब आपके पास कुछ है, तो उसी पर टिके रहो!"

खेल का हाल: भारत की स्थिति

दूसरे दिन केवल 75 ओवर फेंके गए, और दो दिनों में कुल 22 ओवर गंवाए गए. भारत ने अंतिम सत्र में दो महत्वपूर्ण विकेट खोए, जिसमें करुण नायर एक बार फिर अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे. यह मैच अब रोमांचक मोड़ पर है, और अगले दिन का खेल दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है