भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ने क्रिकेट प्रेमियों को एक शानदार मुकाबला देखने को मिला. इस दिन भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने एक असाधारण भूमिका निभाई, जब वह कप्तान रोहित शर्मा के लिए मार्गदर्शक बने और मैदान पर रणनीति के बारे में सुझाव देते दिखे.
अक्सर भारतीय टीम के सबसे प्रमुख बल्लेबाजों में से एक रहे विराट कोहली, इस मैच के पहले दिन कप्तानी के रूप में नजर आए. यह सीन देखकर ये साफ था कि विराट कोहली न केवल एक बल्लेबाज, बल्कि एक बेहतर रणनीतिकार भी हैं. हालांकि, कोहली ने अपनी भूमिका में अधिकतम समर्थन देने के लिए रोहित शर्मा की कप्तानी में सहायक भूमिका निभाई, लेकिन उनकी उपस्थिति और मार्गदर्शन मैदान पर एक बड़ा प्रभाव डाल रहे थे.
कोहली ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर बल्लेबाजी की साझेदारी तोड़ी
जब ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी चल रही थी, तो कोहली ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर बल्लेबाजी साझेदारी तोड़ी. पहले विकेट के बीच बढ़ते हुए साझेदारी को तोड़ने के लिए विराट कोहली ने काफी सक्रिय रूप से खेल के मैदान पर कदम उठाए. 17वें ओवर में जब ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए साझेदारी अच्छी हो रही थी, तब कोहली ने कप्तान रोहित के साथ लंबी बातचीत की और बाद में फील्डिंग में कई अहम बदलाव किए।
इससे भी ज्यादा दिलचस्प यह था कि कोहली ने अपनी स्लिप पोजिशन से दौड़ते हुए गेंदबाज मोहम्मद सिराज तक पहुंचे,उसे रणनीतिक बदलाव के बारे में चर्चा की. यह दिखाता है कि विराट कोहली का मैदान पर निर्णय लेने की प्रक्रिया न केवल टीम के लिए बल्कि व्यक्तिगत रूप से उनके प्रदर्शन के लिए भी कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है.
ऑस्ट्रेलिया की धमाकेदार शुरुआत
पहले दिन का खेल ऑस्ट्रेलिया के लिए मिश्रित नतीजों से भरा रहा. उन्होंने दिन की शुरुआत की शानदार पारी के साथ की, जब यशस्वी जायसवाल को मैच के पहले ही गेंद पर मिचेल स्टार्क ने आउट कर दिया. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 180 रन पर सिमट कर अपना पहला दिन खत्म किया. लेकिन यह दिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज मिचेल स्टार्क के लिए यादगार बना, जिन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को अपने करिश्माई स्पेल के दौरान न सिर्फ परेशान किया, बल्कि छह विकेट लेकर मैच में अपनी छाप छोड़ी. स्टार्क की गेंदबाजी ने भारत को पूरी तरह से लाचार कर दिया और भारत को अपनी पारी समाप्त करने के लिए मजबूर किया.
भारत की पारी में महत्वपूर्ण बल्लेबाजों में से कोई भी नहीं चल सका. ऐसे में केवल अजिंक्य रहाणे (27) और रविचंद्रन अश्विन (15) ही थोड़ी देर तक खड़े रहे. इस बीच, मिचेल स्टार्क ने एक शानदार प्रदर्शन किया और 6 विकेट लेकर भारतीय टीम को समेट दिया. उनके गेंदबाजी आंकड़े 6-48 थे, जो उनके टेस्ट करियर की सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का हिस्सा बने.
जसप्रीत बुमराह की जुझारू गेंदबाजी
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के सामने भारत ने अपनी गेंदबाजी के साथ कड़ी चुनौती पेश की. जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से आक्रमण की शुरुआत की. शुरुआती दस ओवरों में पिंक बॉल के प्रभाव का सामना किया. बुमराह की बॉलिंग ने काफी स्विंग पैदा की, और आखिरकार वह उस स्विंग का फायदा उठाते हुए उस्मान ख्वाजा को पवेलियन भेजने में सफल रहे. ख्वाजा 13 रन पर आउट हो गए, और बुमराह को एक अहम सफलता मिली.
इसके बाद, भारत के लिए एक और बड़ा मौका तब आया जब नाथन मैकस्वीनी का कैच ऋषभ पंत ने छोड़ा. मैकस्वीनी की किस्मत अच्छी थी, क्योंकि उन्होंने इस मौके का फायदा उठाया और अपना अर्धशतक पूरा किया.
नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन की बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन ने पहले दिन के अंत तक भारत के गेंदबाजों का अच्छा सामना किया. मैकस्वीनी, जिन्होंने 17 गेंदों में बिना स्कोर के शुरुआत की, अब तक अपनी पारी में 38 रन बनाकर नाबाद थे. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में धैर्य और संयम का बेहतरीन प्रदर्शन किया.