IND W vs SA W Final: भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर जीता पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप
भारत ने महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर इतिहास रच दिया है.
महिला क्रिकेट इतिहास में भारत ने एक नया अध्याय लिखा है. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार महिला वनडे वर्ल्ड कप जीतकर करोड़ों भारतीयों का सपना पूरा किया.
फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से मात देकर भारतीय टीम ने साबित कर दिया कि मेहनत, आत्मविश्वास और टीम स्पिरिट से कोई भी असंभव लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक युग की शुरुआत है.
भारत की शानदार शुरुआत
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने दमदार शुरुआत की. शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने पहले विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी कर टीम को मजबूत प्लेटफॉर्म दिया. मंधाना 45 रन बनाकर पवेलियन लौटीं, जबकि शेफाली 87 रन की पारी खेलकर शतक से चूक गईं. दोनों बल्लेबाजों ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किया और शुरुआती ओवरों से ही दबाव बनाया.
मिडिल ऑर्डर ने बनाए रन, दीप्ति ने संभाली पारी
टॉप ऑर्डर के बाद जेमिमा रोड्रिग्स (24) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (20) ज्यादा देर टिक नहीं पाईं, लेकिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने मोर्चा संभाला. उन्होंने जिम्मेदारी भरी बल्लेबाजी करते हुए टूर्नामेंट का तीसरा अर्धशतक पूरा किया. दीप्ति 58 रन बनाकर रन आउट हुईं, जबकि ऋचा घोष ने 24 गेंदों में 34 रन की तेजतर्रार पारी खेली. भारतीय टीम ने 7 विकेट पर 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया.
दीप्ति का पंजा, साउथ अफ्रीका ढेर
लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की शुरुआत खराब रही. लौरा वोल्वार्ड्ट (101) के अलावा कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं पाई. दीप्ति शर्मा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट झटके और विरोधी टीम की कमर तोड़ दी. शेफाली ने भी दो विकेट लेकर टीम को मजबूत समर्थन दिया. साउथ अफ्रीकी टीम 246 रन पर सिमट गई और भारत ने 52 रन से ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
हरमनप्रीत की कप्तानी में सुनहरा अध्याय
यह जीत सिर्फ एक मैच की नहीं, बल्कि सालों की मेहनत का परिणाम थी. हरमनप्रीत कौर की शांत और आक्रामक कप्तानी ने टीम को आत्मविश्वास दिया. खिलाड़ियों ने कठिन परिस्थितियों में एकजुट होकर खेल दिखाया. सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद फाइनल में भारत ने दुनिया को दिखाया कि महिला क्रिकेट में अब भारत नया चैंपियन है.
ऐतिहासिक पल, नए युग की शुरुआत
भारत की इस जीत के साथ ही महिला क्रिकेट के स्वर्णिम युग की शुरुआत मानी जा रही है. दीप्ति शर्मा की गेंदबाजी, शेफाली-मंधाना की बल्लेबाजी और हरमनप्रीत की नेतृत्व क्षमता ने मिलकर टीम इंडिया को शीर्ष पर पहुंचा दिया. यह जीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और भारतीय महिला क्रिकेट के लिए नई ऊंचाइयां तय करेगी.