IND vs SA: भारत-साउथ अफ्रीका मुकाबले में टॉस के लिए खास सिक्के का होगा इस्तेमाल, जानें क्या होगा बदलाव
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच 14 नवंबर से ईडन गार्डन में खेला जाना है. इस मुकाबले के लिए स्पेशल टॉस कॉइन का इस्तेमाल होने वाला है.
नई दिल्ली: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच 14 नवंबर को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा. इस मैच में टॉस के लिए एक अनोखा बदलाव देखने को मिलेगा. क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने टॉस के लिए सोने का विशेष सिक्का तैयार किया है.
यह सिक्का दोनों देशों के महान नेताओं की याद में बनाया गया है. बता दें कि दोनों टीमों के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. टीम इंडिया इस सीरीज को अपने नाम कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी दावेदारी मजबूत करना चाहेगी.
सिक्के में गांधी और मंडेला की तस्वीर
इस खास सोने के सिक्के के एक तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर है, तो दूसरी तरफ नेल्सन मंडेला की. यह सिक्का शांति, आजादी और अहिंसा के संदेश को दर्शाता है. सीएबी अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बताया कि यह सिक्का खासतौर पर इस सीरीज के लिए बनवाया गया है. टॉस के समय कप्तान इसी सिक्के का इस्तेमाल करेंगे.
फ्रीडम ट्रॉफी का महत्व
भारत-साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज को फ्रीडम ट्रॉफी के नाम से जाना जाता है. यह ट्रॉफी गांधी और मंडेला की साझा विरासत को सम्मान देती है. दोनों नेताओं ने दुनिया भर में अहिंसा का पैगाम फैलाया. इस सीरीज में यह ट्रॉफी फिर से दांव पर लगी है, जो दोनों देशों के बीच दोस्ती का प्रतीक है.
ईडन गार्डन्स में टेस्ट की वापसी
ईडन गार्डन्स में छह साल बाद टेस्ट क्रिकेट लौट रहा है. फैंस में जबरदस्त उत्साह है. सीएबी ट्रेजरर संजय दास के मुताबिक, पहले तीन दिनों के टिकट लगभग बिक चुके हैं. कुल 96 हजार टिकट बिके हैं और कुल मिलाकर 1.4 करोड़ टिकटों की बिक्री हुई है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हाल ही में दिल्ली के लाल किले के पास धमाके की घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीएबी और कोलकाता पुलिस ने खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा के लिए विशेष तैयारी की है. मैच शांतिपूर्ण तरीके से हो, इसके लिए हर कदम उठाया जा रहा है.
दलमिया मेमोरियल लेक्चरमैच से एक दिन पहले, 13 नवंबर को सीएबी जगमोहन दलमिया मेमोरियल लेक्चर का आयोजन करेगा. सुनील गावस्कर मुख्य भाषण देंगे. दोनों टीमों के क्रिकेटर इसमें शामिल होंगे. दलमिया ने बीसीसीआई और आईसीसी को मजबूत बनाया और भारत को क्रिकेट की महाशक्ति बनाया.