नई दिल्ली: कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच पिच की वजह से सुर्खियों में रहा. मैच की शुरुआत से ही 22 गज की पट्टी पर गेंद तेजी से टर्न ले रही थी और ऊंची-नीची उछाल आ रही थी.
इससे बल्लेबाजों को काफी मुश्किलें हुईं. पूर्व क्रिकेटर जैसे माइकल वॉन और हरभजन सिंह ने भी पिच की आलोचना की. बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अब इस पूरे मामले पर खुलकर बात की है.
मैच के पहले दिन से ही पिच पर काले धब्बे दिखाई देने लगे थे. हाई कोर्ट एंड से बल्लेबाजी करना बेहद कठिन था. दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी सिर्फ 159 रन पर सिमट गई. भारत ने जवाब में 189 रन बनाए और 30 रन की बढ़त ली.
तीसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने टेम्बा बावुमा की नाबाद 55 रनों की मदद से 153 रन जोड़े. भारत को जीत के लिए 124 रन का लक्ष्य मिला.
पूरे मैच में तीन पारियों तक कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका. बावुमा का अर्धशतक आने पर कोलकाता की समझदार दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया. यह दिखाता है कि रैंक टर्नर पर आधा शतक लगाना कितना बड़ा कारनामा था.
न्यूज18 बांग्ला से बातचीत में सौरव गांगुली ने साफ कहा कि पिच भारतीय कैंप की इच्छा के मुताबिक बनी. उन्होंने बताया कि चार दिनों तक पिच को पानी नहीं दिया गया इसलिए स्पिनरों को तेज टर्न और खतरनाक मदद मिल रही है.
गांगुली ने कहा, "यह पिच वही है जो भारतीय टीम चाहती थी. चार दिन पानी न देने से ऐसा होता है. क्यूरेटर सुजान मुखर्जी को दोष नहीं दिया जा सकता."
यह बयान इसलिए चौंकाने वाला है क्योंकि मैच से एक हफ्ते पहले गांगुली ने एक कार्यक्रम में कहा था कि भारतीय प्रबंधन ने रैंक टर्नर की मांग नहीं की. लेकिन अब उनका नया बयान साफ करता है कि मैच नजदीक आने पर प्लान बदल गया.
10 नवंबर को भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक के साथ पिच का मुआयना करने पहुंचे. उन्होंने मुख्य क्यूरेटर सुजान मुखर्जी से लंबी बातचीत की.