IND vs SA: श्रेयस अय्यर के बाद शुभमन गिल की इंजरी हुई घातक! ICU में पहुंचे भारतीय कप्तान

भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल को कोलकाता टेस्ट मैच के दौरान चोट का सामना करना पड़ा था. इसके बाद अब वे आईसीयू में हैं और उनकी इंजरी बढ़ती हुई दिखाई दे रही है.

@ImTanujSingh (X)
Praveen Kumar Mishra

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में चल रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन की शुरुआत से पहले बड़ा झटका लगा है. टीम के कप्तान शुभमन गिल मैच के बाकी हिस्से से बाहर हो गए हैं. दूसरे मुकाबले में उनके खेलने पर सस्पेंस बरकरार है.

उनकी गर्दन में चोट लगने के कारण उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है और अब आईसीयू में पहुंच गए हैं.

इंजरी कैसे लगी और अस्पताल में क्या स्थिति?

दूसरे दिन के खेल के दौरान शुभमन गिल सिर्फ तीन गेंदें खेल पाए थे. साइमन हार्मर की गेंद पर स्वीप शॉट खेलते समय वे असहज हो गए. गर्दन पकड़कर उन्होंने मेडिकल मदद मांगी. इसके बाद उन्हें स्कैन और जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया.

शुभमन गिल आईसीयू में पहुंचे

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गिल को शुरू से ही आईसीयू में रखा गया है लेकिन यह सिर्फ निगरानी के लिए है. डॉक्टर सप्तर्षि बसु की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है. 

एक मेडिकल बोर्ड भी बनाया गया है, जिसमें क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट, न्यूरोसर्जन, न्यूरोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट शामिल हैं. यह सब सावधानी के तौर पर किया गया है.

BCCI ने की पुष्टि

बीसीसीआई ने पुष्टि की है कि गिल को गर्दन में स्पाज्म हुआ है. वे सर्वाइकल कॉलर पहने हुए हैं और मेडिकल टीम की निगरानी में हैं. तीसरे दिन की शुरुआत से पहले बीसीसीआई का अपडेट आया कि गिल इस टेस्ट में आगे नहीं खेलेंगे.

मैच और सीरीज पर असरगिल की जगह ऋषभ पंत को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया. यह पंत की इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट के बाद पहली उपस्थिति है. गिल की गैरमौजूदगी में टीम को नेतृत्व और बल्लेबाजी दोनों में चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

दूसरे टेस्ट को लेकर भी सस्पेंस

अगला टेस्ट गुवाहाटी में है लेकिन गिल की भागीदारी अनिश्चित है. उनकी रिकवरी की गति पर सब कुछ निर्भर करेगा. टीम मैनेजमेंट ने कहा है कि फिटनेस के साथ कोई जोखिम नहीं लिया जाएगा. फिलहाल डॉक्टरों को उम्मीद है कि वे जल्दी ठीक हो सकते हैं लेकिन कुछ भी पक्का कहना मुश्किल है.