साउथ अफ्रीका बदलेगा 15 सालों का इतिहास! केशव महाराज ने टीम इंडिया को दी चेतावनी
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत 14 नवंबर से होने वाली है. इस सीरीज से पहले केशव महाराज ने टीम इंडिया को चेतावनी दी है.
नई दिल्ली: भारत में दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट क्रिकेट टीम को आखिरी जीत 15 साल पहले मिली थी. अब स्पिनर केशव महाराज का मानना है कि उनकी टीम इस दौरे पर इतिहास बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है.
शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज 14 नवंबर से कोलकाता में शुरू हो रही है. दूसरा मैच गुवाहाटी में खेला जाएगा. महाराज ने साफ कहा कि टीम में भारत को उसके घर में हराने की भूख है.
टीम में है जीत की मजबूत इच्छा
केशव महाराज ने सीरीज से पहले कहा कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी एकजुट हैं और सबका एक ही लक्ष्य है कि भारत में जीत का सूखा खत्म करना. उन्होंने बताया, "कैंप में भारत को भारत में हराने की सच्ची भूख है." उनके मुताबिक भारत का दौरा हर पीढ़ी के प्रोटियाज खिलाड़ियों के लिए सबसे मुश्किल रहा है.
केशव महाराज ने दिया बयान
महाराज ने जोर देकर कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने उपमहाद्वीप के दूसरे हिस्सों में सफलता हासिल करना शुरू कर दिया है. अब भारत का यह दौरा टीम की आगे की छलांग है. "हमने उपमहाद्वीप के अन्य इलाकों पर कब्जा करना सीख लिया है. अब यह चुनौती हम पूरी तरह स्वीकार करना चाहते हैं."
पिछली सीरीज में मिली थी सिर्फ हार
पिछले कुछ सालों में दक्षिण अफ्रीका को भारत में खेलना भारी पड़ा है. 2015 और 2019 की सीरीज में वे एक भी मैच नहीं जीत पाए थे. हालांकि, महाराज को लगता है कि इस बार पिचें थोड़ी संतुलित रहेंगी. पहले की तरह सिर्फ स्पिनरों के लिए घूमती पिचें नहीं मिलेंगी.
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि पिचें पाकिस्तान जैसी स्पिन के अनुकूल होंगी. भारत की पिचें अब धीरे-धीरे खराब होती हैं, जैसा हमने वेस्टइंडीज सीरीज में देखा. अब टीम्स चार-पांच दिन चलने वाली प्रतिस्पर्धी पिचें चाहती हैं."
पाकिस्तान से मिला आत्मविश्वास
भारत के घर में दबदबा होने के बावजूद महाराज आशावादी हैं. हाल ही में पाकिस्तान दौरे पर दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों ने पहला मैच हारने के बाद सीरीज बराबर की थी. इससे टीम को बड़ा कॉन्फिडेंस मिला है.
महाराज ने बताया, "हम उस सीरीज का जोश लेकर आ रहे हैं. टॉस या पिच कैसी भी हो, हम लड़ना जानते हैं. तैयारी में सटीकता और मकसद साफ है. हम दुनिया की सबसे मजबूत टीम के खिलाफ खुद को परखने को तैयार हैं."