menu-icon
India Daily

ट्रेविस हेड ने भारत के खिलाफ किया बड़ा कारनामा, स्टीव स्मिथ को पछाड़ बने नंबर वन

भारत के खिलाफ सिडनी में तीसरे वनडे मैच में खेलते हुए ट्रेविस हेड ने इतिहास रच दिया है. हेड ने दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को पीछे छोड़ दिया है और उन्होंने खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है.

Travis Head
Courtesy: @TheImpactDesk (X)

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने भारत के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में खेले गए इस मैच में हेड ने सबसे तेज 3,000 वनडे रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का खिताब हासिल किया. 

हेड ने यह उपलब्धि केवल 76 पारियों में हासिल की और पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ के 79 पारियों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. हेड का प्रदर्शन इस सीरीज में कुछ खास नहीं रहा है लेकिन तीसरे मुकाबले में उन्होंने बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया.

ट्रेविस हेड ने तोड़ा स्टीव स्मिथ का कौन-सा रिकॉर्ड

मैच से पहले हेड को 3,000 रन पूरे करने के लिए 22 रनों की जरूरत थी. उन्होंने यह आंकड़ा 20 गेंदों में 22 रन बनाकर पार किया, जिसमें पांच चौके शामिल थे. उस समय ऑस्ट्रेलिया ने 7.1 ओवर में बिना विकेट खोए 48 रन बना लिए थे. हेड के साथ कप्तान मिशेल मार्श क्रीज पर थे, जिन्होंने 23 गेंदों में 19 रन बनाए. दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया को शानदार शुरुआत दी.

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गजों को छोड़ा पीछे

ट्रेविस हेड ने इस रिकॉर्ड के साथ कई ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया. सबसे कम पारियों में 3,000 वनडे रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की सूची में हेड अब पहले स्थान पर हैं. उनके बाद स्टीव स्मिथ (79 पारी), माइकल बेवन और जॉर्ज बेली (80-80 पारी) और डेविड वॉर्नर (81 पारी) का नंबर आता है.

मोहम्मद सिराज ने किया ऑउट

भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने हेड को बड़ी पारी खेलने से रोक दिया. हेड इस मुकाबले में 25 गेंदों पर 29 रन बनाकर ऑउट हो गए. इस दौरान उन्होंने 6 चौके जड़े. वे भले ही बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.

सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा

ऑस्ट्रेलिया पहले ही पर्थ और एडिलेड में खेले गए मैचों में जीत हासिल कर 2-0 से सीरीज में आगे चल रहा है. इस तीसरे वनडे में भी उनकी कोशिश भारत को 3-0 से हराकर क्लीन स्वीप करने की है. हेड और मार्श की शानदार शुरुआत ने ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.