Australia Cricket Team: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम इस समय सबसे महत्वपूर्ण वर्ल्ड कप के लिए भारत में मौजूद है. मेगा इवेंट से पहले भारतीय टीम के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज कंगारूओं के लिए यहां की परिस्थितियों से तालमेल बैठाने का बहुत बढ़िया मौका है. पहला मैच मोहाली में होने जा रहा है जहां कंगारू बल्लेबाजों को सामना समीर खान से हुआ.
समीर खान एक 16 वर्षीय गेंदबाज हैं जो पंजाब के कपूरथला शहर से हैं. वह केवल पांच फीट लंबे हैं और हाल ही में उन्होंने अपनी 11वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है.
हाल ही में, भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के नेट सेशन में समीर खान ने 6 फीट 4 इंच लंबे मार्कस स्टोइनिस को परेशान कर दिया. समीर ने लगभग 20 मिनट तक स्टोइनिस को धीमी गति से बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी की और यह नजारा काफी रोमांचक था कि एक स्कूली बच्चा एक अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज को परेशान कर रहा है.
स्टोइनिस ने भी समीर की गेंदबाजी की तारीफ की और कहा, "अच्छी गेंदबाजी."
समीर की गेंदों में गति और ऊंचाई कम होने के कारण स्टोइनिस को उन्हें खेलने में थोड़ी परेशानी हो रही थी. नेट सेशन के बाद समीर ने कहा, "आज मैंने स्टोइनिस को दो बार एलबीडब्ल्यू किया. कोचों ने मुझे कोई विशेष लाइन और लेंथ नहीं बताई, लेकिन मैंने वह गेंदबाजी की जो में नेचुरल तौर पर करता हूं. स्टोइनिस को बैकफुट पर खेलने में थोड़ी परेशानी हो रही थी, इसलिए मैंने तेज गेंदबाजी की और ऊपर गेंदबाजी की."
समीर को पंजाब की अंडर-19 टीम में शामिल किया गया है. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने के लिए उन्हें पिछले दो दिनों से एक लोकल होटल में ठहराया गया है. समीर ने कहा, "कल मैंने स्टीव स्मिथ को लंबे समय तक गेंदबाजी की. यह एक बहुत अच्छा अनुभव था. मुझे बहुत अच्छा लगा. उन्होंने भी मुझे अच्छी गेंदबाजी के लिए बधाई दी."
समीर के पिता चादर बेचने का काम करते हैं और उनका परिवार उन्हें क्रिकेट खेलने में पूरा समर्थन देता है. समीर ने कहा, "हम चार भाई और एक बहन हैं और मेरे माता-पिता मुझे क्रिकेट खेलने के फैसले में पूरा समर्थन देते हैं. मैंने पंजाब टी20 लीग खेली और मुझे सात मैचों में खेलने का मौका मिला और मैंने पांच विकेट लिए."
ऑस्ट्रेलिया के पास इस समय कोई नामी स्पिनर नहीं है, इसलिए उन्हें भारत के रविंद्र जडेजा से निपटने के लिए कुछ अभ्यास की आवश्यकता है. यही कारण है कि ऑस्ट्रेलियाई नेट सेशन में कई बार बाएं हाथ के स्पिनरों ने कंगारू बल्लेबाजों को टेस्ट लिया.