नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया है. यह जीत पूरे देश के लिए गर्व की बात है. हालांकि, जीत के ठीक बाद ही कप्तानी को लेकर बहस शुरू हो गई है. पूर्व कप्तान शांता रंगस्वामी का मानना है कि हरमनप्रीत कौर को वनडे की कप्तानी से हटा देना चाहिए.
शांता रंगस्वामी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि हरमनप्रीत कौर बल्लेबाज और फील्डर के रूप में शानदार हैं लेकिन कप्तान के रूप में कभी-कभी रणनीति में गलती कर बैठती हैं. उनका मानना है कि कप्तानी का बोझ हटने से हरमनप्रीत खुद के खेल पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगी. इससे टीम और खिलाड़ी दोनों को फायदा होगा.
यह बदलाव अभी करना इसलिए जरूरी है क्योंकि आगे 2029 का वनडे वर्ल्ड कप और अगले साल ब्रिटेन में टी20 वर्ल्ड कप है. जीत पर खुश होने की बजाय भविष्य की योजना बनानी चाहिए. रंगस्वामी कहती हैं कि एक सफल कंपनी की तरह क्रिकेट में भी लंबी सोच रखनी पड़ती है.
रंगस्वामी स्मृति मंधाना को सभी फॉर्मेट का कप्तान बनाने की वकालत कर रही हैं. मंधाना शांत स्वभाव की हैं और मैदान पर स्मार्ट फैसले लेती हैं. उनकी बल्लेबाजी भी लगातार अच्छी रही है. पूर्व कप्तान के मुताबिक मंधाना के नेतृत्व में टीम आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकेगी. यह कदम भारतीय महिला क्रिकेट को नई दिशा देगा.
यहां रोहित शर्मा का उदाहरण इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि पुरुष टीम में कुछ ऐसा ही हुआ था. रोहित ने इस साल चैंपियंस ट्रॉफी जिताई लेकिन फिर भी उनसे कप्तानी ले ली गई. सेलेक्टर्स ने भविष्य को ध्यान में रखकर नया नेता चुना.
रंगस्वामी कहती हैं कि महिला टीम में भी यही तरीका अपनाना चाहिए. जीत के बाद बदलाव करना मुश्किल लगता है लेकिन यह टीम के हित में है. हरमनप्रीत के पास अभी तीन-चार साल का अच्छा क्रिकेट बाकी है. कप्तानी से मुक्त होकर वे सिर्फ बल्लेबाजी पर फोकस कर सकती हैं. इससे उनकी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता बढ़ेगी.