नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने रविवार को कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत की हार के बाद नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि मुख्य कोच गौतम गंभीर के रवैये से कई खिलाड़ी डर और भ्रम की स्थिति में हैं, जिससे घरेलू परिस्थितियों में टीम की प्रगति प्रभावित हो रही है.
ईडन गार्डन्स की कठिन पिच और चोटिल शुभमन गिल के चौथी पारी में उपलब्ध न होने के कारण, 124 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी लाइन-अप मात्र 93 रनों पर ढेर हो गई, जिससे दक्षिण अफ्रीका को 30 रनों से जीत मिली और श्रृंखला में 1-0 की बढ़त मिली.
लेकिन हार से भी अधिक कैफ ने भारत के दृष्टिकोण पर निशाना साधा. पिछले टेस्ट में 87 रन बनाने के बावजूद साई सुदर्शन को बाहर करके वाशिंगटन सुंदर को तीसरे नंबर पर भेजने के फैसले पर सवाल उठाया. कैफ को लगा कि इस कदम से ड्रेसिंग रूम में अस्थिरता और बढ़ गई है, जहां गंभीर के नेतृत्व में बल्लेबाजों को बार-बार बदला जा रहा है.
उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जो भी खिलाड़ी खेल रहे हैं, उन्हें यह अहसास ही नहीं है कि कोई उनके लिए खड़ा है. कोई समर्थन नहीं है, सब डर के खेल रहे हैं. कोई खुल के नहीं खेल रहा . कैफ ने आगे बताया कि सरफराज खान का भी हाल सुदर्शन जैसा ही था, जहां भारत के लिए अपनी अंतिम श्रृंखला में शतक बनाने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और अंततः टेस्ट टीम में जगह बनाने से भी चूक गए.
कैफ ने कहा कि अगर सरफराज खान की जगह शतक लगाने के बाद पक्की नहीं होती. शतक लगाने के बाद भी वह वापसी नहीं कर पा रहे हैं. साई सुदर्शन ने 87 रन बनाए. वह अगला टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे. मुझे लगता है कि इस टीम में बहुत भ्रम है. अनुभवी बल्लेबाज ने आगे दावा किया कि खिलाड़ी पहले से ही अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, टीम प्रबंधन द्वारा टर्नर पिचों को चुनने के फैसले से वे और भी अधिक परेशान हो रहे हैं.
उन्होंने कहा , " खिलाड़ियों को अपने पर विश्वास कम हो गया है, थोड़ी असुरक्षा भी आ गई है . जब असुरक्षा की भावना हो और आप टर्निंग ट्रैक पर खेलने आएं, तो आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे." इससे पहले रविवार को, जहां गंभीर ने ईडन गार्डन्स की पिच का पुरज़ोर बचाव किया और सुंदर की बल्लेबाज़ी की तारीफ की, वहीं कैफ़ ने तर्क दिया कि इस ऑलराउंडर की सफलता चेन्नई की टर्निंग पिचों पर खेलने के उनके अनुभव का नतीजा है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के ही साई सुदर्शन भी दक्षिण अफ़्रीकी स्पिन आक्रमण के ख़िलाफ़ उतने ही प्रभावी विकल्प हो सकते थे.