Eng vs Ind 3rd Test: इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज़ जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में एक और इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज रिकी पॉन्टिंग जैसे महान खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है. मैनचेस्टर में भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के दौरान रूट ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरा स्थान हासिल किया. इस उपलब्धि के साथ, रूट ने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड की ओर एक और कदम बढ़ाया.
मैनचेस्टर टेस्ट से पहले जो रूट के नाम 13,259 रन दर्ज थे, और उन्हें रिकी पॉन्टिंग को पीछे छोड़ने के लिए केवल 122 रनों की आवश्यकता थी. तीसरे दिन रूट ने यह लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया. इंग्लैंड की पारी को मजबूती प्रदान करते हुए रूट ने अपने जोड़ीदार ओली पोप के साथ बेहतरीन साझेदारी निभाई. इसके बाद हैरी ब्रूक और कप्तान बेन स्टोक्स ने उनका साथ निभाया. इस दौरान उनकी बल्लेबाजी में तकनीक, धैर्य और आक्रामकता का शानदार मिश्रण देखने को मिला, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. रूट ने अपनी पारी के दौरान न केवल पॉन्टिंग को पछाड़ा, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में अपनी बादशाहत को और मजबूत किया.
The moment.
— England Cricket (@englandcricket) July 25, 2025
And he's not done yet... pic.twitter.com/retSKGgBsV
सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड निशाने पर
इस उपलब्धि के साथ जो रूट अब टेस्ट क्रिकेट में सर्वकालिक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में केवल सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं. सचिन के नाम 15,921 रन हैं, और रूट की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए क्रिकेट प्रशंसक उत्साहित हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि रूट जल्द ही इस रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं. रूट ने मैनचेस्टर टेस्ट में भी साबित किया कि वे दबाव में शानदार प्रदर्शन करने में माहिर हैं. उनकी बल्लेबाजी शैली को देखकर लगता है कि वे क्रिकेट के इस सर्वोच्च रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
रूट की बल्लेबाजी: तकनीक और समर्पण का संगम
जो रूट की इस उपलब्धि ने न केवल इंग्लैंड क्रिकेट को गौरवान्वित किया है, बल्कि विश्व क्रिकेट में उनकी स्थिति को और मजबूत किया है. उनकी बल्लेबाजी शैली, खेल के प्रति समर्पण और दबाव में शानदार प्रदर्शन उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सच्चा नायक बनाता है. रूट ने अपनी पारी में जिस तरह से गेंदबाजों का सामना किया, वह उनकी तकनीकी दक्षता और मानसिक दृढ़ता का प्रमाण है. प्रशंसकों को उम्मीद है कि रूट जल्द ही सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़कर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखेंगे.