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India Daily

ENG vs IND: इंग्लैंड के खिलाफ जसप्रीत बुमराह की रिकॉर्ड तोड़ गेंदबाजी, वसीम अकरम भी छूटे पीछे

ENG vs IND: इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए जसप्रीत बुमराह ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. वे SENA देशों में सबसे अधिक विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज बन गए हैं. उनसे पहले ये रिकॉर्ड वसीम अकरम के नाम पर दर्ज था.

Jasprit Bumrah
Courtesy: Social Media

ENG vs IND: लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह ने अपनी शानदार गेंदबाजी से ना सिर्फ भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण विकेट झटककर इतिहास रच दिया और पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज वसीम अकरम को पीछे छोड़ दिया. 

भारत ने पहली पारी में 471 रन बनाए, जो सपाट पिच को देखते हुए थोड़ा कम लग रहा था. लेकिन बुमराह ने गेंदबाजी की शुरुआत करते ही इंग्लैंड को झटका दे दिया. उन्होंने पहली ही ओवर में जैक क्रॉली को आउट कर इंग्लैंड का स्कोर 0/1 कर दिया. इसके बाद बेन डकेट और ओली पोप ने शतकीय साझेदारी कर भारत को दबाव में ला दिया. लेकिन बुमराह ने चाय के बाद वापसी करते हुए डकेट (62) का बड़ा विकेट झटका, जिसने भारत को राहत दी.

जसप्रीत हुमराह ने तोड़ा वसीम अकरम का रिकॉर्ड तोड़ा

बेन डकेट का विकेट बुमराह के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ. इस विकेट के साथ उन्होंने सेंआ (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों में किसी एशियाई गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. वसीम अकरम के नाम 146 विकेट थे, लेकिन बुमराह ने अपने 147वें विकेट के साथ इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया. यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का पल है.

अन्य गेंदबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन

जहां बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की, वहीं भारत के अन्य गेंदबाजों ने निराश किया. मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और रवींद्र जडेजा प्रभाव नहीं छोड़ पाए. प्रसिद्ध कृष्णा की महंगी गेंदबाजी के बाद फैंस ने अर्शदीप सिंह को ना खिलाने के लिए टीम मैनेजमेंट की आलोचना की. 

फैंस का मानना है कि अर्शदीप की बाएं हाथ की गेंदबाजी से वैरिएशन मिल सकता था. इसके अलावा, शार्दूल ठाकुर को एक भी ओवर ना देने का फैसला भी सवालों के घेरे में है. अगर शार्दूल को बतौर बल्लेबाज खिलाया गया, तो नितीश रेड्डी बेहतर विकल्प हो सकते थे.