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India Daily

Duleep Trophy 2025: दलीप ट्रॉफी में वापसी पर बुरी तरह से फ्लॉप हुए मोहम्मद शमी, खर्च कर दिए 100 रन नहीं मिला कोई विकेट

Duleep Trophy 2025, Mohammed Shami: टीम इंडिया के दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने लंबे समय बाद रेड बॉल क्रिकेट में वापसी की. हालांकि, वे इसमें अपना प्रभाव नहीं डाल सके और एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए.

Mohammed Shami
Courtesy: Social Media

Duleep Trophy 2025, Mohammed Shami: भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की दलीप ट्रॉफी 2025 में वापसी कुछ खास नहीं रही. नौ महीने से ज्यादा समय बाद रेड बॉल क्रिकेट में वापसी करने वाले शमी को क्वार्टर फाइनल में ईस्ट जोन की ओर से नॉर्थ जोन के खिलाफ खेलने का मौका मिला. लेकिन इस मुकाबले में उनकी गेंदबाजी ने निराश किया. शमी ने 23 ओवर में 100 रन लुटा दिए और एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके. उनकी इकोनॉमी 4.34 रही, जो उनके लिए एक निराशाजनक प्रदर्शन रहा.

शमी भले ही विकेट लेने में नाकाम रहे लेकिन ईस्ट जोन के लिए मनीषी ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 22.2 ओवर में 111 रन देकर 6 विकेट चटकाए. इसके अलावा सिराज सिंधु जसवाल ने भी 44 रन देकर दो विकेट लिए. शमी के लिए यह मैच उनके पिछले प्रदर्शनों की तुलना में काफी खराब रहा. 

मोहम्मद शमी का पिछला प्रदर्शन

34 साल के शमी ने आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में लाल गेंद क्रिकेट खेला था, जहां उन्होंने दो पारियों में सात विकेट लिए थे. टेस्ट क्रिकेट में उनकी आखिरी मौजूदगी 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में थी. हाल ही में फिटनेस कारणों से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए नहीं चुना गया था. रिटायरमेंट पर शमी का बयानशमी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी अनदेखी पर खुलकर बात की. 

न्यूज24 से बात करते हुए उन्होंने कहा, “अगर किसी को मुझसे दिक्कत है, तो बताएं. क्या मेरे रिटायर होने से उनकी जिंदगी बेहतर हो जाएगी? मैं तब तक खेलता रहूंगा, जब तक मुझे मजा आ रहा है. अगर आप मुझे इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं चुनते, तो मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा. रिटायरमेंट का फैसला तब लूंगा, जब मुझे बोरियत होने लगेगी. अभी ऐसा कुछ नहीं है.”

चैंपियंस ट्रॉफी में चमके थे शमी

शमी ने आखिरी बार भारत के लिए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा लिया था. इस टूर्नामेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच मैचों में नौ विकेट लिए और टूर्नामेंट के संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. भारत ने इस टूर्नामेंट में खिताब जीता था, जिसमें शमी का योगदान अहम रहा.

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