रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी भी नहीं कर सकी कमाल, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को हुआ भारी नुकसान!
भारतीय टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सफेद गेंद की सीरीज खेल रही है. इस दौरे पर वनडे सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली ने वापसी की. हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को नुकसान झेलना पड़ा है.
नई दिल्ली: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने 2024-25 वित्तीय वर्ष में बड़ा घाटा दर्ज किया है. रोहित शर्मा और विराट कोहली की धमाकेदार वापसी वाली भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज से उम्मीदें बहुत थीं लेकिन ये भी कमाल नहीं दिखा सकीं.
सीए को 11.3 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 7.34 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का शुद्ध नुकसान हुआ. सीए की कुल कमाई पिछले साल से 49.2 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर बढ़कर 453.7 मिलियन हो गई. हालांकि, इसके बाद भी सीए को नुकसान झेलना पड़ा है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का बढ़ा खर्च
हालांकि, खर्चों ने सारी कमाई पर पानी फेर दिया. कुल खर्च 24.1 मिलियन डॉलर बढ़ गया. इसमें भारत सीरीज के मार्केटिंग खर्च और राष्ट्रीय टीमों के अतिरिक्त 70 दिनों के अंतरराष्ट्रीय दौरे शामिल थे. इसका नतीजा ये था कि कमाई बढ़ी लेकिन मुनाफा नहीं बना.
राज्यों को पैसे के बंटवारे से बढ़ा विवाद
सीए ने अपने सदस्य राज्यों और क्षेत्रों को 120.9 मिलियन डॉलर बांटे, जो पिछले साल से सिर्फ 800,000 डॉलर ज्यादा था. क्रिकेट विक्टोरिया (सीवी) ने इस पर कड़ी आलोचना की. सीवी चेयरमैन रॉस हेपबर्न ने सालाना मीटिंग में कहा, "एक और साल सीए घाटे के साथ बैलेंस शीट पेश कर रहा है. सदस्य फंड्स डेफिसिट में हैं."
उन्होंने आगे कहा कि 2019 से अब तक कोविड और वर्ल्ड कप की कमाई छोड़कर सीए के खातों में भारी कुल घाटा दिख रहा है. यह निराशाजनक है कि रिकॉर्ड कमाई के बावजूद मुनाफा नहीं हो पाया.
एशेज और भारत की सफेद गेंद सीरीज
सीए के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग भविष्य को लेकर आशावादी हैं. उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय चक्र में एशेज सीरीज (21 नवंबर 2025 से पर्थ में शुरू) से कमर्शियल और स्पॉन्सरशिप कमाई 69 मिलियन से बढ़कर 86 मिलियन डॉलर हो जाएगी.
सीए की सीएफओ सारा प्राग्नेल ने बताया, "एशेज और भारत की सफेद गेंद सीरीज से सीए को बड़ा मुनाफा मिलेगा. इससे नेट एसेट्स और कैश रिजर्व मजबूत होंगे."
बिग बैश लीग में निजी निवेश की योजना
लंबे समय की मजबूती के लिए सीए बिग बैश लीग (बीबीएल) टीमों में निजी निवेश लाने की सोच रहा है. इससे लीग आईपीएल जैसी वैश्विक टी20 लीगों से मुकाबला कर सकेगी. लेकिन सदस्य राज्यों को मनाना बड़ी चुनौती है.