Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्राफी को लेकर एक नया विवाद सामने आया है. दरअसल, इस टूर्नामेंट को लेकर विवाद थमने का नाम नही ले रहा है. पहले इसके आयोजन स्थाल को लेकर BCCI और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच विवाद था. हालांकि, बाद में इस इवेंट को हाइब्रिड मॉडल पर कराने का फैसला लिया गया है.
दरअसल, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) से ब्रिटेन के कुछ नेताओं ने चैंपियंस ट्रॉफी में होने वाले मैच की बहिष्कार की बात कही थी. ऐसे में अब इस मामले को लेकर ECB ने स्पष्ट जबाव दिया है. बोर्ड का कहना है कि वे अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच का बहिष्कार नही कर सकते हैं लेकिन अफगानिस्तान में जो भी हो रहा है, उसके लिए वे भी चिंतित हैं.
बता दें कि अफगानिस्तान में मौजूदा समय में तालिबान का शासन है और जबसे उन्होंने कुर्सी संभाली है, वहां पर महिलाओं के अधिकारों का हनन किया जा रहा है. महिलाओं सभी अधिकार छीन लिए गए हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की आजादी नही है. इसी कड़ी मे अफगानिस्तान की महिला टीम को क्रिकेट खेलने की आजादी नही है और इसी वजह से इसके बहिष्कार की मांग की थी.
इंग्लैंड के 160 नेताओं ने ECB को पत्र लिखा था और इस मैच के बहिष्कार की मांग की थी. हालांकि, अब इसे क्रिकेट बोर्ड ने सिरे से नकार दिया है और उनका कहना है कि वे चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानी टीम के खिलाफ खेलते हुए दिखाई देंगे. तो वहीं बोर्ड अफगानिस्तान में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के लिए चिंतित है और इसकी कड़ी निंदा करता है.
अगर इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच होने वाले मैच की बात करें तो ये मुकाबला 26 फरवरी को लाहौर में खेला जाना है. अफगानी टीम ने पहली बार इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया है. तो वहीं इस ग्रुप में इंग्लैंड, अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीम शामिल है.