एशिया कप 2025 को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने इस क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी और इसके जवाब में भारत द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' ने दोनों देशों के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया. इन परिस्थितियों में यह सवाल बना हुआ है कि क्या एशिया कप होगा, क्या पाकिस्तान इसमें हिस्सा लेगा, और क्या टूर्नामेंट भारत में आयोजित होगा या किसी न्यूट्रल वेन्यू पर?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एशिया कप 2025 के आयोजन को लेकर स्पॉन्सर्स और मीडिया पार्टनर्स की चिंताएं बढ़ गई हैं. इस अनिश्चितता के बीच एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है. टूर्नामेंट के लिए सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने 2024 में 170 मिलियन अमेरिकी डॉलर की भारी-भरकम राशि में अगले आठ साल के लिए मीडिया राइट्स हासिल किए थे. भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी यूएसपी हैं, जो वैश्विक स्तर पर दर्शकों और विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करते हैं. ऐसे में भारत के टूर्नामेंट में हिस्सा न लेने की संभावना ने आयोजकों और स्पॉन्सर्स की बेचैनी बढ़ा दी है.
न्यूट्रल वेन्यू की संभावना
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण पहले भी एशिया कप को न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जा चुका है. 2023 में एशिया कप हाइब्रिड मॉडल में हुआ था जिसमें भारत ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे, जबकि पाकिस्तान ने कुछ मैचों की मेजबानी की थी. इसी तरह 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया, जिसमें भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले. एसीसी ने पहले ही तय कर लिया था कि जब भी भारत या पाकिस्तान मेजबान होंगे, टूर्नामेंट न्यूट्रल वेन्यू पर होगा.